कहते हैं कि प्यार में इंसान सबकुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन धोखा नहीं. कुछ ऐसा ही हुआ झांसी जिले के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले उस शख्स के साथ हुआ जिसने मरने से पहले एक वीडियो बनाया. जिसमें वह अपनी पत्नी का नाम लेते हुए कहते हुए नजर आ रहा है कि 'मेरे जैसा धोखा किसी को मत देना, मैं मरना नहीं चाहता था.' इसके बाद उसने जहर खा लिया. उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. आइए जानते हैं पूरी कहानी...
आपको बता दें कि मृतक का नाम डालचंद्र अहिरवार था. वह झांसी के लहचूरा थानान्तर्गत इमलौटा गांव का रहने वाला था. परिजनों के अनुसार, उसकी शादी 2015 में घाट कोटरा की रहने वाली जानकी से हुई थी. उसका 8 साल का एक बेटा और 7 साल की एक बेटी है. शादी के कुछ साल पहले डालचंद्र प्राइवेट नौकरी करने के लिए हरियाणा के बहादुरगढ़ गया था. वहां वह पत्नी और बच्चों को भी अपने साथ ले गया था.
ममेरे भाई विनोद ने बताया कि डालचंद्र परिवार के साथ बहादुरगढ़ में रहता था, जबकि मेरा परिवार फरीदाबाद में रहता था. एक महीने पहले डालचंद्र अचानक मेरे पास आया और रोने पीटने लगा. मुश्किल से उसे शांत कराया और जानकारी ली. इसपर उसने बताया कि मेरी पत्नी का मकान मालिक से अफेयर है. विरोध करने पर मुझे उसी से पिटवा दिया और मोबाइल भी छीन लिया.
आत्महत्या से पहले पति ने बनाया रोते हुए वीडियो
विनोद ने कहा कि समझाने-बुझाने पर फिर डालचंद्र अपने घर चला गया और उसकी पत्नी मायके चली गई. डालचंद्र ने पत्नी के नाम जमीन खरीदी थी, अब पत्नी जमीन बेचने की बात कह रही थी. उसके परिवार वाले भी पत्नी का ही साथ दे रहे थे. इससे आहत होकर आखिर में डालचंद्र ने जहर खाकर जान दे दी.
मरने से पहले डालचंद्र ने 2 मिनट 3 सेकंड का वीडियो बनाया, जिसमें उसने कहा, "याद रखना जानकी, मेरे जैसा धोखा किसी को मत देना." मृतक के साले नंदकिशोर ने बताया कि डालचंद्र ने सल्फास की 3 गोलियां खाई थीं, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई.
मृतक के परिजनों का आरोप है कि डालचंद्र की पत्नी का अफेयर था, उसने पति को अपने प्रेमी से पिटवाया और जमीन बेचने का दबाव बनाया. वहीं, साले नंदकिशोर ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जीजा शराब पीकर मारपीट करते थे, जिससे झगड़ा होता था. उधर, थाना प्रभारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है और तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
प्रमोद कुमार गौतम