CM के सबसे करीबी, लखनऊ में रहने की इच्छा... जानिए ट्रांसफर के बाद भी क्यों चर्चा में हैं IAS शिशिर सिंह

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगभग तीन दर्जन अधिकारियों के तबादले किए. जिसमें 11 डीएम से लेकर कई सेक्रेटरी और पुलिस के आला अधिकारी तक शामिल हैं. तबादलों में सबसे ज्यादा चर्चा शिशिर सिंह और कौशल राज शर्मा को लेकर हो रही है.

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जानिए ट्रांसफर के बाद भी क्यों चर्चा में हैं शिशिर सिंह जानिए ट्रांसफर के बाद भी क्यों चर्चा में हैं शिशिर सिंह

कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 22 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST

बीती रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगभग तीन दर्जन अधिकारियों के तबादले किए. जिसमें 11 डीएम से लेकर कई सेक्रेटरी और पुलिस के आला अधिकारी तक शामिल हैं. जिन दो तबादलों पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है उसमें एक नाम सूचना निदेशक शिशिर सिंह का है और दूसरा वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा का. 

सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा शिशिर सिंह के नाम की है, क्योंकि वो न सिर्फ पिछले 7 सालों से सूचना निदेशक के तौर पर तैनात थे. बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी अधिकारियों में शुमार थे. यूं तो शिशिर सिंह का कार्यकाल काफी पहले ही खत्म हो चुका था और उन्हें किसी  जिले का डीएम बनाकर भेजे जाने की चर्चा 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही चल रही थी. लेकिन अब जाकर सरकार ने उनका तबादला किया और उन्हें लघु एवं सूक्ष्म उद्योग और खादी उद्योग का सचिव बनाया गया है.

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शिशिर सिंह ने CM से लखनऊ में इच्छा रखने की जताई थी इच्छा

बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों से शिशिर सिंह ने किसी जिले में जाने की बजाय लखनऊ में ही रहने की इच्छा मुख्यमंत्री से जताई थी. इसके बाद उन्हें सूक्ष्म लघु उद्योग और खादी ग्राम उद्योग में सचिव बनाकर भेजा गया है. शिशिर सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे ख़ासमखास अधिकारी थे. उनका संबंध योगी आदित्यनाथ से नया नहीं बल्कि तब से है, जब वो एडीएम गोरखपुर हुआ करते थे.

 इस लिहाज से वह पार्टी और पार्टी के बाहर भी कई लोगों के निशाने पर रहे हैं. विपक्ष तो विपक्ष यहां तक कि सत्ता पक्ष और गठबंधन के कई नेता भी उन पर निशाना साधते रहे हैं. हाल ही में अनुप्रिया पटेल के पति और योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने उनका नाम लेकर कई आरोप भी लगाए थे. हालांकि, सीएम ने ऐसे किसी आरोप को कभी तवज्जो नहीं दी और पूरे कुंभ में  प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी शिशिर सिंह को सौंपे रखी. कुंभ खत्म होने के बाद किसी भी समय इस तबादले की उम्मीद की जा रही थी.

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शिशिर सिंह की जगह पर विशाल सिंह को नया सूचना निदेशक बनाया गया है. विशाल सिंह ने काशी कॉरिडोर  बनाने में और अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी के प्रमुख रहते हुए अयोध्या शहर को नए तरीके से बनाने में अहम भूमिका निभाई है. विशाल सिंह की पहचान तब बड़ी हुई जब उन्होंने काशी कॉरिडोर में जमीनों और मकान के अधिग्रहण को बड़े ही निर्विवाद तरीके से सुलझाया. यहां तक की उन्होंने काशी कॉरिडोर में मौजूद कई ढांचों और पुराने मंदिरों को तोड़कर हटाने और कॉरिडोर को नए स्वरूप में लाने में अपनी बड़ी भूमिका निभाई. इस वजह से प्रधानमंत्री ऑफिस की नजरों में भी विशाल सिंह रहे हैं.

शिशिर सिंह 7 साल तक थे सूचना निदेशक

वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा को मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया है. कौशल राज शर्मा पहले लखनऊ के डीएम हुआ करते थे, फिर लंबे समय तक वाराणसी के डीएम रहे. यहीं पर उन्हें कमिश्नर बनाया गया और अब मुख्यमंत्री के सचिव के तौर पर उनकी तैनाती की गई है. कौशल राज शर्मा का संबंध मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री दोनों से बेहद नजदीकी माना जाता है.

कौशल राज शर्मा 6 साल तक वाराणसी में रह चुके थे और शिशिर सिंह 7 साल तक सूचना निदेशक के पद पर रह चुके थे. ऐसे में दोनों के तबादले तय थे. इसलिए इन तबादलों पर इस वक्त खूब चर्चा हो रही है.

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