उत्तर प्रदेश में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर हर गांव में लोगों के घर पर भगवा ध्वज लगाए जाएंगे. इसमें 'ॐ' लिखा होगा. इस अभियान को विश्व हिंदू परिषद ने शुरू किया है. इसके लिए काशी के 17 जिलों और अवध के 13 जिलों में तैयारी की गई है. साथ ही लोगों को राम के जीवन और आदर्शों के बारे में बताया जाएगा. इसके अलावा मंदिरों में राम नाम का कीर्तन और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा.
दरअसल, बुधवार को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. इसके साथ ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी 22 मार्च से होगी. इस दिन विश्व हिंदू परिषद 'धर्म जागरण' के अपने पुराने अभियान को धार देगा. नवरात्रि के समापन (नवमी के दिन) राम जन्म का उत्सव रामनवमी भी है. इसके लिए बुधवार से ही 'रामोत्सव' कार्यक्रम की भी शुरुआत की जाएगी.
राम के जीवन और आदर्शों के बारे में बताया जाएगा
रामोत्सव 22 मार्च से 6 अप्रैल तक मनाया जाएगा. इसके लिए लोगों के घरों में 'ॐ' लिखा भगवा ध्वज लगाया जाएगा. इसके अलावा गांव के मंदिरों को केंद्र मानकर धार्मिक आयोजन किया जाएगा. 15 दिन के रामोत्सव आयोजन में लोगों को राम के जीवन और उनके आदर्शों के बारे में बताया जाएगा. साथ ही 6 अप्रैल को हनुमान जयंती भी है. इसके लिए मंदिरों में राम नाम का कीर्तन और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाएगा.
विश्व हिंदू परिषद के अवध प्रांत के संगठन महामंत्री राजेश ने बताया कि हमेशा से विश्व हिंदू परिषद चाहता है कि हिंदू नववर्ष का प्रचार प्रसार हो. लोग जानकारी के अभाव में अंग्रेजी नववर्ष को ही मनाते हैं. इसके लिए 'ॐ' लिखे भगवा ध्वज वितरण और मंदिरों में श्रीराम के बारे में लोगों को बताने का अभियान चलाया जाएगा. हिंदू आज अपने संस्कार भूल रहे हैं. चौक चौराहों पर आयोजन करके उनको अपने धर्म और संस्कारों को याद दिलाने की कोशिश की जाएगी.
लोगों के घरों पर लगाए जाएंगे भगवा ध्वज
महामंत्री राजेश ने आगे बताया कि चौराहों पर भी 'ॐ' लिखा भगवा ध्वज लगाया जा रहा है. साथ ही नवरात्रि के पहले दिन से विहिप कार्यकर्ता लोगों के घरों में जा कर ध्वज लगाएंगे. साथ ही लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं कि स्वयं से ध्वज लगाएं और आस-पास के लोगों को प्रेरित करें.
विश्व हिंदू परिषद के अवध प्रांत के धर्म प्रसार विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले धनंजय सिंह का कहना है कि हर चौराहे पर कार्यक्रम करने की योजना है. इससे अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा. सिर्फ लखनऊ में ही देखें तो 138 ऐसे चौराहे हैं, जिसमें भगवा ध्वज लगाने का आयोजन किया जाएगा.
शिल्पी सेन