ठंड से कांप रहा उत्तर प्रदेश, कोहरे के चलते दर्जनों ट्रेनें लेट... जानिए यूपी के अलग-अलग जिलों का हाल

उत्तर प्रदेश में ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. दर्जनों ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों लेट चल रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लगातार बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किए हैं. आइए जानते हैं यूपी के अलग-अलग जिलों का हाल.

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उत्तर प्रदेश में ठंड का असर दिख रहा है. (Photo: PTI) उत्तर प्रदेश में ठंड का असर दिख रहा है. (Photo: PTI)

उदय गुप्ता

  • उत्तर प्रदेश,
  • 18 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:53 PM IST

दिसंबर का तीसरा हफ्ता चल रहा है और एक तरफ जहां सर्दी और शीतलहर ने लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी-सी लगा दी है, वहीं दूसरी तरफ कोहरे के कोहराम की वजह से सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है. घने कोहरे की वजह से एक ओर जहां वाहन चलाने में लोगों को दिक्कत हो रही है, वहीं दूसरी ओर ट्रेनों की रफ्तार पर भी लगाम लग गई है. राजधानी एक्सप्रेस जैसी समय से चलने वाली ट्रेनें भी 10-10 घंटे की देरी से चल रही हैं. उधर, शीतलहर के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल की टाइमिंग में बदलाव किया गया है.

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फिरोजाबाद मे छाया घना कोहरा
गुरुवार को कोहरे की चादर ने फिरोजाबाद जिले को अपनी चपेट में ले लिया. हालत यह हो गई कि 30 फीट की दूरी पर भी देखना मुश्किल हो गया. नेशनल हाईवे नंबर-2 पर घने कोहरे के कारण चार पहिया वाहनों को चलाना मुश्किल हो गया. वाहन चालक फॉग लाइट और हेडलाइट जलाकर ही आगे बढ़ रहे थे.

वहीं, मजदूर जैन मंदिर चौराहे पर अलाव के नीचे बैठने को मजबूर दिखाई दिए, एंबुलेंस चालक रामवीर ने बताया कि कोहरे के कारण बहुत परेशानी हो रही है और गाड़ी चलाना मुश्किल है. कांच के कारखाने में काम करने वाला एक मजदूर बताता है कि सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है, लेकिन कारखाने के अंदर इतनी ज्यादा गर्मी रहती है कि इस सर्दी से वहां राहत मिल जाती है.

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कांच की चूड़ी के निर्माता संजय जैन ने बताया कि गुरुवार को श्रमिकों की उपस्थिति आम दिनों से थोड़ी कम है.लेकिन उत्पादन पर कोई अधिक असर नहीं पड़ेगा. सर्दी बहुत ज्यादा है, जिला प्रशासन को औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों के लिए अलाव की भी व्यवस्था करनी चाहिए. वहीं पुलिस कर्मी चौराहे चौराहे पर खड़े है तथा वाहन आने जाने वाले को सतर्क किए हुए हैं.

दर्जनों ट्रेनें समय से लेट
एक तरफ सर्दी के सितम ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ घने कोहरे ने कोहराम मचा रखा है. घने कोहरे का सीधा असर सड़क यातायात के साथ-साथ रेल यातायात पर भी पड़ रहा है. आलम यह है कि अपने सही समय से चलने के लिए जानी जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं.

सर्दी और कोहरे के इस डबल अटैक ने मुसाफिरों को मुश्किल में डाल दिया है. दरअसल, घने कोहरे की वजह से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से होकर गुजरने वाली पटना राजधानी, सियालदह राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी, हावड़ा राजधानी और अगरतला तेजस राजधानी एक्सप्रेस सहित मगध एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस, विभूति एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल जैसी दर्जनों महत्वपूर्ण ट्रेनें कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं. ऐसे में इन ट्रेनों के इंतजार में यात्रियों का हाल बेहाल हो रहा है.

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यात्रियों की बढ़ रही परेशानी
अगरतला राजधानी एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे अश्विनी कुमार ने बताया कि हमें आनंद विहार से चलकर अगरतला जाने वाली तेजस राजधानी एक्सप्रेस पकड़नी है. हम लोगों को गुवाहाटी जाना है और रात से ही ट्रेन का यहां इंतजार कर रहे हैं. ट्रेन बहुत लेट है और इस ठंड में हम लोग परेशान हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि गाड़ी कब आएगी. आगे पहुंचने पर भी काफी समस्या हो सकती है.

तेजस राजधानी का इंतजार कर रही छात्रा आद्रीका सिंह ने बताया कि हम लोगों को असम के सिलचर जाना है और हम लोग राजधानी एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे हैं. हम लोग रात 12 बजे से ही यहां बैठे हैं. ट्रेन लेट होने की वजह से हमें बहुत दिक्कत हो रही है.

सर्दी के सितम से कांपा अम्बेडकर नगर

अम्बेडकरनगर जिले में सर्दी ने तेजी से दांव पलट दिया है. घने कोहरे ने दस्तक दे दी है, जिससे ठंडक में भारी इजाफा हो गया है. सुबह-सुबह ही तापमान गिरने से गलन बढ़ गई है और लोग घरों के बाहर आग जलाकर खुद को गर्म करने को मजबूर हैं. मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में कोहरा और ठंड दोनों का ही असर बना रहेगा. जिले के ग्रामीण इलाकों में हालात और कठिन हो गए हैं, जहां लोग लकड़ियों से आग जलाकर सर्दी से राहत पाने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. शहरों में भी लोग गर्म कपड़ों और चाय-कॉफी का सहारा ले रहे हैं.

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स्थानीय निवासियों ने बताया कि कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है. प्रशासन ने चेतावनी जारी कर सावधानी बरतने की सलाह दी है. फिलहाल, जिले में न्यूनतम तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया है. सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को हो रही है. हालांकि, डीएम ने ठंड को देखते हुए विद्यालयों का समय बदल दिया है. सभी स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक कर दिया है.

बाराबंकी में गुरुवार को घना कोहरा छाए रहने की वजह से धूप नहीं निकली. रात 9 बजे से ही घना कोहरा हो गया था. आज भी पूरे दिन सूरज पर कोहरे की पहरेदारी रही. इससे जनजीवन पर खासा असर पड़ा है. धुंध के कारण दृश्यता कम रही. ऐसे में वाहनों की रफ्तार धीमी रही और उन्हें लाइट जलाकर चलना पड़ा. ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाते दिखे.

मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. विभाग के अनुसार, ठंड से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं.शीतलहर को देखते हुए बच्चों को कड़कड़ाती ठंड में स्कूल जाना पड़ रहा है. कक्षा आठ तक के बच्चों के स्कूल को सुबह 10 बजे से 3 बजे तक किया गया है.

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अलीगढ़ में हाल हुए बेहाल
लगातार सर्दी के प्रकोप की वजह से अलीगढ़ जिले में भी आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शाम के समय चलती सर्द हवाओं की वजह से राहगीरों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. उधर, बीते कुछ दिनों से कोहरे के सितम ने सर्दी में इजाफा करते हुए दिक्कतें बढ़ा दी हैं. रोजमर्रा के काम करने वालों को परेशानियों का सामना करते हुए अपने-अपने काम करने पड़ रहे हैं.

फिलहाल यहां स्कूलों की छुट्टी और उनके समय परिवर्तन को लेकर ज़िला प्रशासन की ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया है. मौसम विभाग के अनुसार 18 दिसंबर से 22 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान अलीगढ़ का 10 डिग्री रहने की संभावना बताई जा रही है, जिससे लोगों को अभी और भीषण सर्दी का सामना करना पड़ सकता है.

सहारनपुर में घने कोहरे का असर
सहारनपुर में पिछले दो दिनों से घने कोहरे और शीतलहर का प्रकोप लगातार बना हुआ है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. कोहरे की वजह से सहारनपुर–देहरादून मार्ग सहित कई प्रमुख सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो गई है. कई स्थानों पर दृश्यता लगभग शून्य के करीब दर्ज की गई, जिससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है.

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घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. जिलाधिकारी मनीष बंसल के निर्देश पर जनपद के सभी बोर्डों के प्री-प्राइमरी, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. नए आदेश के अनुसार अब सभी विद्यालय सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक संचालित होंगे.

वहीं, कोहरे के चलते दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए सहारनपुर पुलिस ने वाहन चालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. पुलिस ने अपील की है कि कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं, आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, फॉग लाइट का प्रयोग करें और अनावश्यक यात्रा से बचें.

संभल में चारों तरफ घना छाया कोहरा
संभल जनपद में सुबह से ही घना कोहरा छाया हुआ है. शहर और हाईवे पर घना कोहरा होने के कारण वाहनों की रफ्तार काफी धीमी हो गई है. संभल में पिछले दिनों के मौसम को देखते हुए जिले के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों के समय में परिवर्तन किया है.  

ठंड और शीतलहर को देखते हुए अब कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित होंगे. बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने आदेश का पालन न करने वाले विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है. गुरुवार सुबह 10:00 बजे तक भी चारों तरफ कोहरा छाया रहा और धूप न निकलने के कारण ठंड काफी बढ़ गई. हाईवे पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी रही और दृश्यता केवल 10 मीटर तक सीमित रही.

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हरदोई में छाया घना कोहरा
हरदोई में घने कोहरे की मोटी परत के कारण आसमान पूरी तरह धुंध में ढका रहा. कोहरे और सर्द हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई. सुबह के समय लोगों को कड़ाके की ठंड का तीखा अहसास हुआ. घने कोहरे का सबसे अधिक असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा. हरदोई–लखनऊ हाईवे समेत अन्य मार्गों पर दृश्यता घटकर लगभग 10 मीटर रह गई. वाहन चालकों को हेडलाइट और डिपर जलाकर वाहन चलाने पड़े.

बढ़ती ठंड और कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए अहम फैसला लिया है. अब हरदोई जिले में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल सुबह 9:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित होंगे. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अजीत सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. वहीं, ठंड बढ़ने के साथ जरूरतमंद लोगों की चिंता को लेकर जिलाधिकारी अनुनय झा ने सर्द रात में रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. प्रशासन ने अतिरिक्त अलाव जलवाने के भी निर्देश दिए हैं.

गोरखपुर मे बदला मौसम का मिजाज
गोरखपुर में अचानक मौसम ने करवट ली. घने कोहरे और अचानक बढ़ी ठंड की वजह से लोग जगह-जगह लकड़ियां जलाकर इकट्ठा होकर तापते नजर आए. गोरखपुर नगर निगम ने रैन बसेरों के सामने अलाव की व्यवस्था की है, जहां लोग आग तापकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. विजिबिलिटी लगभग 100 मीटर तक है, लेकिन कोहरा साफ दिखाई दे सकता है.  ठंडक ने अपना असर दिखा दिया. गोरखपुर जिला प्रशासन ने अभी तक बच्चों के स्कूलों के लिए कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है.

बस्ती में ठंड
उत्तरप्रदेश के बस्ती जिले में कोहरे और शीतलहर का कहर जारी है. आलम यह है कि घने कोहरे की वजह से सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद ही कम हो गई है. जिसके चलते नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई है. आलम यह है कि लोग हाड़कपाऊ ठंड से बचने के लिए घर में दुबक गए हैं. शीतलहर और कोहरे से सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल बच्चों को हो रही है. जिसको देखते हुए बस्ती की जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने कक्षा 1 से लेकर 8वीं तक के सभी स्कूलों के टाइमिंग में बदलाव कर दिया है. जिले के सभी स्कूलों को जिलाधिकारी ने आदेशित किया है कि सभी स्कूल सुबह 10 बजे से लेकर 3:30 तक पढ़ाई की जाए.

प्रयागराज में सर्दी का सितम
समूचे उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. संगम नगरी प्रयागराज में भी सर्दी का सितम जारी है. प्रयागराज में तापमान का पारा लुढ़क कर 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है. कड़ाके की ठंड, शीतलहर और भीषण कोहरे ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कोहरे और धुंध ने वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है.

सड़क पर निकल रहे वाहन दुर्घटना से बचने के लिए हेडलाइट जलाकर चल रहे हैं. सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं. ठंड से बचने के लिए सुबह-सवेरे स्कूली बच्चे और कामकाज के लिए घर से निकलने वाले लोग भी गर्म कपड़े, मफलर, टोपी और ग्लव्स पहनकर ही घरों से निकल रहे हैं. 

मेरठ में दिखने लगा ठंड का असर
मेरठ में बुधवार शाम से ठंड का असर दिखने लगा है और ठंड का असर बढ़ता जा रहा है. बुधवार शाम से ही धुंध और कोहरा छाने लगा. ठंड की वजह से रोड पर भी लोगों की आवाजाही में कमी रही. वहां भी शाम में ही लाइट जलाकर निकलते नजर आए. हालांकि मेरठ में अभी स्कूल के टाइमिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

कानपुर में कोहरा और सर्दी का असर
कोहरा में तीन दिनों से लगातार कोहरा व सर्दी का सितम जारी हो गया है. कोहरा सुबह 8 बजे तक जबरदस्त रहता है, जिससे रोड पर वाहनों को चलना काफी चेतावनी भरा होता है. कोहरे से सर्दी भी बढ़ रही है. सर्दी का आलम यह है कि सुबह से ही लोग आग जलाकर रोड के किनारे तापते दिखाई देते हैं. देर रात तक आग ही उनका सहारा रहती है.

उधर, कोहरे में लोगों को लाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ रहा है. प्रशासन ने भी अलर्ट जारी किया है कि ठंड व कोहरा और बढ़ेगा. ऐसे में रोड पर चलने वाले वाहन धीमे चलें और सतर्कता से चलें. कानपुर गंगा नदी के किनारे है, इसलिए कोहरे का सितम यहां ज्यादा होता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी सर्दी पड़ रही है, आज बादल भी हैं, ऐसे में आग ही उनका सहारा है.

(इनपुट - फिरोजाबाद से सुधीर शर्मा, कानपुर से रंजय सिंह, प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव, सहारनपुर से अनिल भारद्वाज, गोरखपुर से गजेंद्र त्रिपाठी, बस्ती से संतोष सिंह, बाराबंकी से रेहान मुस्तफा, अलीगढ़ से अकरम खान, मेरठ से उस्मान चौधरी, संभल से अभिनव माथुर,अंबेडकर नगर से के के पांडेय और हरदोई से प्रशांत पाठक)

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