उत्तर प्रदेश में होने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में बीजेपी जुट गई है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे बीजेपी की सियासी गतिविधियां भी तेज होती जा रही हैं. यूपी में बीजेपी के लिए जीत की हैट्रिक लगाने के लिए संगठन को और मजबूत करने की प्लानिंग है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की ताजपोशी के बाद योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी अब फाइनल चरण में है. सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर मंगलवार को बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें मंत्रिमंडल के विस्तार और संगठन को धार देने की चर्चा हुई.
यूपी बीजेपी संगठन की कमान संभालने के बाद पंकज चौधरी की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से औपचारिक मुलाकात रही. इस दौरान संगठनात्मक मुद्दों और आगामी रणनीतियों को लेकर चर्चा हुई है. पंकज चौधरी ने सीएम योगी के साथ हुई मुलाकात की तस्वीर को भी अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया.
सीएम योगी-पंकज चौधरी की मीटिंग
प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की योगी आदित्यनाथ से मुलाकात बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के दौरान हुई. इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, डिप्टीसीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक और संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को बीजेपी कोर कमेटी की मैराथन बैठक हुई. ये मीटिंग सवा घंटे से अधिक चली. इस दौरान कोर कमेटी के बीच बीजेपी संगठन को धार देने के लिए पार्टी संगठन में बड़े बदलाव की चर्चा हुई. इसके अलावा योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी मंथन किया गया.
जनवरी में होगा कैबिनेट विस्तार
सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली कैबिनेट में फिलहाल 54 मंत्री हैं जबकि कैबिनेट में 60 मंत्रियों का कोटा है. इस तरह योगी सरकार में 6 मंत्री के पद खाली है. 2027 के विधानसभा चुनाव के देखते हुए पार्टी कोर कमेटी की बैठक में योगी कैबिनेट विस्तार पर चर्चा हुई. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली से हरी झंडी मिलते ही किसी भी समय विस्तार लागू किया जा सकता है. पहले कैबिनेट का विस्तार, फिर संगठन में बड़े स्तर पर फेरबदल की प्रक्रिया शुरू होगी. मुख्यमंत्री आवास पर पार्टी कोर कमेटी की बैठक में आधा दर्जन विधायकों को योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने पर चर्चा हुई.
जानिए कौन-कौन बनेगा मंत्री
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी कोर कमेटी की बैठक के बाद देर रात दिल्ली लौट गए हैं. बुधवार को बीजेपी कोर कमेटी से जुड़े अन्य नेताओं के दिल्ली जाने की चर्चा है. पंकज चौधरी दिल्ली में बीजेपी हाईकमान को सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ हुई चर्चा और प्रस्ताव की जानकारी देंगे. इसके बाद फाइनल निर्णय दिल्ली में ही होगा, जिसके बाद योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार का औपचारिक ऐलान हो जाएगा.
14 जनवरी 2026 को खरमास खत्म हो रहा है. ऐसे में जनवरी में कभी भी योगी कैबिनेट में विस्तार होने की उम्मीद है. बीजेपी का लक्ष्य है कि आने वाले चुनावी साल में उसका संगठन और सरकार दोनों पूरी तरह से राजनीतिक तालमेल में रहें. इस तरह से जनवरी के तीसरे हफ्ते के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है. इसमें कई नए चेहरों की एंट्री हो सकती है तो कई पुराने चेहरों की छुट्टी.
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का नाम संभावित मंत्रियों की सूची में शामिल बताया गया. भूपेंद्र चौधरी 2022 में पार्टी संगठन का कार्यभार संभालने से पहले पंचायती राज मंत्री के रूप में काम कर रहे थे. ऐसे में उन्हें दोबारा से कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा कई अन्य नाम भी शामिल है.
बीजेपी साधेगी सियासी समीकरण
योगी कैबिनेट विस्तार के जरिए बीजेपी यूपी में अपने सियासी समीकरण को साधने का दांव चल सकती है. 2024 के लोकसभा चुनाव में बिगड़े जातीय समीकरण को दुरुस्त करने के लिए बीजेपी ने संगठन की कमान ओबीसी की कुर्मी जाति से आने वाले केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी को सौंप दी है. पंकज चौधरी को यूपी अध्यक्ष बनाकर भले ही यूपी के सामाजिक समीकरण को साधने की कवायद काफी हद तक कर ली है, लेकिन बीजेपी का क्षेत्रीय संतुलन बिगड़ गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी दोनों ही गोरखपुर से हैं. इस तरह से सत्ता और संगठन पर पूर्वांचल का पूरी तरह से दबदबा दिख रहा है. ऐसे में 2027 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोर कमेटी की बैठक में जातीय समीकरणों को साधने पर विशेष सुझाव दिए गए. संगठन और सरकार में संतुलन बनाए रखने के लिए पीडीए राजनीति का भी विस्तार पर असर माना जा रहा है.
आशीष श्रीवास्तव