डेढ़ बीघा जमीन, एक करोड़ की रंगदारी और अतीक के शूटर्स... उमेश पाल हत्याकांड में सामने आया नया एंगल

Umesh Pal Murder Case उमेश पाल हत्याकांड में जिस गुड्डु मुस्लिम को आरोपी बताया गया है उसके खिलाफ 2022 में उमेश ने एफआईआर दर्ज कराई थी. मामला जमीन से जुड़ा था. उमेश से ही उसकी खरीदी जमीन पर कब्जा पाने के लिए एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस इस बात को उमेश हत्याकांड की मुख्य वजह मान रही है.

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24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या. 24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या.

संतोष शर्मा

  • प्रयागराज,
  • 02 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

Umesh Pal Murder Case : यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल मर्डर केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब मामले में उमेश की हत्या के पीछे की एक और वजह सामने आ रही है. वह है एक करोड़ रुपये रंगदारी की. सामने आया है कि अतीक अहमद के गुर्गों ने उमेश से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, जिसे देने से उमेश ने मना कर दिया था. अतीक के जिन गुर्गों के नाम उमेश पाल हत्या कांड में लिखाए गए हैं उन्हीं के नाम उमेश पाल की रंगदारी में दर्ज कराई गई एफआईआर में भी शामिल थे. 

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इन वजहों को पुलिस ने किया है खारिज

24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में हुई उमेश पाल उर्फ कृष्ण कुमार की गोली और बम मारकर हत्या के मामले में शुरुआत में वजह बताई गई थी कि उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था. बाद में उमेश द्वारा अपहरण के केस में की जा रही पैरवी को उसकी मौत की वजह बताया गया था.

मगर, यूपी एसटीएफ और पुलिस इन वजहों को सिरे से खारिज कर चुकी है. एसटीएफ और पुलिस अब 7 महीने पहले अतीक के गुर्गों के द्वारा जमीन विवाद में मांगी गई एक करोड़ की रंगदारी को उमेश की हत्या की मुख्य वजह के तौर पर देखा रही है. पुलिस इसको लेकर जांच कर रही है.

प्रयागराज हत्याकांड (फाइल फोटो)

पीपल गांव में स्थित में है जमीन, दर्ज कराई थी FIR

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उमेश पाल ने 24 अगस्त 2022 को धूमनगंज थाने में इस मामले में अतीक के 5 गुर्गों पर नामजद और 6 अज्ञात लोगों पर रंगदारी मांगने की एफआइआर भी दर्ज करवाई थी. मामला धूमनगंज थाने के ही पीपल गांव में स्थित 3310 वर्ग मीटर (लगभग डेढ़ बीघा) जमीन का था. उमेश पाल ने जमीन कौशांबी के रहने वाले रामदीन की बेटी से यह जमीन 13 मार्च 2018 को खरीदी थी. इसी जमीन के कब्जे को लेकर उमेश पाल का अतीक के गुर्गों खालिद जफर, मोहम्मद मुस्लिम, दिलीप कुशवाहा और अबू साद के साथ विवाद हुआ था.

एक करोड़ रुपये दो, नहीं तो जमीन भूल जाओ

उमेश ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी. उसने धूमनगंज थाना पुलिस से कहा था वह अपनी जमीन का कब्जा लेने जाता तो अतीक अहमद के गुर्गे इस जमीन को अपना बताते हैं. हर बार उसे धमका कर भगा दिया जाता है.

सामने आया है कि 11 फरवरी 2022 को अतीक के गुर्गे खालिद जफर ने जमीन पर कब्जा शुरू किया था. उमेश पाल जब वहां पहुंचा तो खालिद जफर ने उमेश को धमकाते हुए कहा था, ''सांसद अतीक भाई का आदेश है, पहले एक करोड़ रुपये दे दो वरना इस जमीन को भूल जाओ. यदि जमीन पर बिना एक करोड़ दिए आया तो तू मारा जाएगा''.

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राजू पाल और उमेश पाल (फाइल फोटो)

उमेश की हत्या में शामिल गुड्डू मुस्लिम का FIR में भी नाम

उमेश की रंगदारी मामले में दर्ज कराई एफआईआर में गुड्डू मुस्लिम नाम है. वहीं उमेश की हत्या में भी गुड्डू आरोपी है. हत्याकांड में गुड्डू के साथ मोहम्मद गुलाम और साबिर का नाम चर्चा में है. दोनों प्रॉपर्टी डीलर हैं और अतिक के बेहद करीबी हैं. जांच कर रही पुलिस टीम भी उमेश पाल की हत्या के पीछे इस जमीन विवाद को एक महत्वपूर्ण वजह मान रही है.

उमेश पाल का एक तरफ जमीनों के धंधे में पैर पसारना और दूसरी तरफ अतीक के गुर्गे खालिद जफर द्वारा एक करोड़ की रंगदारी न देने की नाफरमानी और विरोध में एफआईआर दर्ज कराना, जिससे उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अतीक के प्रॉपर्टी डीलरों को एक साथ करने की वजह बनी, सभी एक साथ हुए और उमेश पाल को रास्ते से हटा दिया गया.

गुलाम और गुड्डू की पहचान 

पुलिस ने दावा किया है कि साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने सात में दो शूटरों को भी भेजा था. पुलिस ने इस शूटआउट में शामिल कुछ और लोगों की पहचान मोहम्मद गुलाम और गुड्डू मुस्लिम के तौर पर की है. गुलाम के बारे में पुलिस सूत्रों का कहना है कि वो उमेश पाल के घर के बगल में मौजूद एक इलेक्ट्रॉनिक की दुकान पर खड़े होकर ट्रिमर खरीदने का नाटक कर रहा था और जैसे ही उमेश पाल वहां पहुंचा, उसने दुकान से बाहर आकर फायरिंग शुरू कर दी. गुलाम को प्रयागराज के रसूलाबाद का रहनेवाला बताया गया है और पुलिस फिलहाल उसकी बीवी और भाई से पूछताछ कर रही है.

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गुड्डू ने ही फेंका था बम

पुलिस सूत्रों की मानें तो मौका-ए-वारदात पर लगातार बम फेंकनेवाला शख्स गुड्डू मुस्लिम है. जो अतीक से पहले मुख्तार अंसारी, अभय सिंह समेत कई गैंगस्टरों से जुड़ा रहा है. पुलिस की मानें तो ये सारे लोग अतीक के पुराने गुर्गे हैं और तो और राजू पाल मर्डर केस में भी गुड्डू आरोपी रहा है. 

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