उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह वीडियो बिसवां तहसील में एसडीएम और एक महिला फरियादी के बीच हुई नोकझोंक से जुड़ा है. वीडियो में महिला राशन कार्ड से जुड़ी अपनी परेशानी बताती नजर आ रही है, जबकि एसडीएम उसके आरोपों को सिरे से नकारती दिख रही हैं.
वीडियो में महिला कहती है कि वह बिसवां तहसील अपने राशन कार्ड से पति का नाम हटवाने के लिए आई थी. महिला का दावा है कि उसने इसके लिए एसडीएम बिसवां को प्रार्थना पत्र दिया था और परिवार रजिस्टर की कॉपी भी लगाई थी. महिला का आरोप है कि इसके बावजूद उसका काम नहीं किया गया और उसे बार बार तहसील के चक्कर लगाने पड़े.
फरियादी महिला और SDM के बीच बहस
महिला वीडियो में यह भी कहती है कि उससे कहा गया कि एक बार नहीं बल्कि दस बार बुलाया जाएगा और जितनी बार बुलाया जाएगा उतनी बार आना पड़ेगा. महिला ने साफ किया कि वह लड़ नहीं रही थी, बल्कि सिर्फ यह पूछ रही थी कि उसका काम हो जाएगा या फिर और कोई कागज लगाना पड़ेगा.
वीडियो में एसडीएम चैंबर में रिकॉर्डिंग होने पर आपत्ति जताती नजर आती हैं और वीडियो बनाने से रोकने की बात कहती हैं. बाद में शिखा शुक्ला खुद कैमरे के सामने आकर अपनी सफाई देती हैं और महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत बताती हैं.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
महिला यह भी कहती है कि वह सुबह ठंड में लखनऊ से अपनी छोटी बच्ची को लेकर आई थी और काफी परेशान थी. वीडियो में अन्य फरियादियों के खड़े होने और उनके काम न होने की बात भी कही जा रही है. कुल मिलाकर एसडीएम बिसवां और महिला फरियादी के बीच हुई यह तकरार अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है. वीडियो बनाने वाली महिला का नाम और पता सामने नहीं आ पाया है, क्योंकि उससे संपर्क नहीं हो सका है.
अरविंद मोहन मिश्रा