अक्सर आपने पुलिस महकमे से जुड़ी खबरें सुनी होंगी कभी अपराधियों की धरपकड़, कभी मुठभेड़, तो कभी थानों की राजनीति. लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है. बस्ती जिले के पुलिस महकमे में ऐसा वाकया हुआ है जिसने सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. दरअसल, यहां एक हेड कांस्टेबल कुत्ते के काटे जाने के बाद छुट्टी लेने के लिए सीधे SP दफ्तर पहुंच गए. और खास बात यह कि उनकी अर्जी को गंभीरता से लेते हुए SP ने उन्हें पूरे एक महीने की छुट्टी भी मंजूर कर दी.
जानिए, क्या है पूरा मामला
बस्ती जिले के सोनहा थाना क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल सूर्यभान शर्मा को करीब 35 दिन पहले एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था. शुरुआत में उन्होंने सामान्य इलाज करवाया, लेकिन जख्म गंभीर होता गया. लगातार दवाइयां और इंजेक्शन लेने के बावजूद जब हालत में खास सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने डॉक्टर से दोबारा संपर्क किया. डॉक्टर ने साफ कह दिया इलाज लंबा चलेगा और लगातार अस्पताल आना-जाना होगा. यही वजह रही कि सूर्यभान शर्मा ने सीधे पुलिस अधीक्षक के दरबार में हाजिरी लगाई.
SP दफ्तर में क्या हुआ?
SP कार्यालय में जब सूर्यभान शर्मा पहुंचे तो उन्होंने खुलकर अपनी तकलीफ बयान की साहब, मुझे कुत्ते ने काट लिया है. डॉक्टर ने कहा है कि इलाज लंबा चलेगा. इसलिए मुझे एक महीने की छुट्टी चाहिए. उनकी बात सुनकर पहले तो वहां मौजूद लोग हैरान रह गए, लेकिन स्थिति की गंभीरता को समझते हुए SP ने तुरंत कार्रवाई की. उन्होंने डिप्टी SP सत्येंद्र भूषण तिवारी को मामले की जानकारी दी और छुट्टी देने का आदेश पास कर दिया.
छुट्टी मंजूर, इलाज जारी
अब हेड कांस्टेबल सूर्यभान शर्मा को पूरे एक महीने का अवकाश मिल चुका है. वह इस समय लखनऊ के पीजीआई में इलाज करा रहे हैं. परिवार और विभाग दोनों को राहत है कि उन्हें समय पर छुट्टी मिल गई, वरना यह बीमारी और भी गंभीर हो सकती थी.
पुलिस महकमे में चर्चा का विषय
यह मामला अब पुलिस विभाग में चर्चा का मुद्दा बन चुका है. आमतौर पर छुट्टी के लिए पुलिसकर्मी कई दिनों तक चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन यहां बीमारी की गंभीरता को देखते हुए SP ने तुरंत फैसला लिया. सहकर्मी भी कह रहे हैं कि यह सही कदम है क्योंकि बीमारी मजाक नहीं होती.
पीड़ित दीवान जी का दर्द
सूर्यभान शर्मा कहते हैं कि मैं ड्यूटी करता रहा, इलाज भी कराता रहा लेकिन ठीक नहीं हुआ. डॉक्टर ने कहा कि आराम जरूरी है, वरना हालत बिगड़ सकती है. इसलिए मैंने छुट्टी मांगी और साहब ने समझदारी दिखाते हुए मंजूर कर दी.
संतोष सिंह