उत्तर प्रदेश के बरेली में चल रहा SIR अभियान मतदाता सूची अपडेट करने के साथ-साथ बिछड़े परिवारों को भी जोड़ रहा है. कई ऐसे युवक-युवतियां, जो प्रेम विवाह के बाद घरवालों से कट गए थे, अब अपने पुराने वोटर डिटेल जुटाने के लिए वर्षों बाद परिवार से संपर्क कर रहे हैं.
15 साल बाद स्नेहलता ने किया घर पर फोन
जोगी नवादा की रहने वाली 40 वर्षीय स्नेहलता ने 15 साल पहले प्रेम विवाह के कारण अपने परिवार से सारे रिश्ते तोड़ दिए थे. अब जब SIR के दौरान अधिकारियों ने उनसे 2003 की वोटर लिस्ट वाला EPIC ID मांगा, तो वह विवरण याद न होने पर आखिरकार अपने माता-पिता को फोन करने पर मजबूर हो गईं. यह बात वर्षों बाद दोनों के बीच बातचीत का कारण बनी.
धर्म परिवर्तन के बाद संपर्क टूटा, अब परिवार से जुड़े
बुलंदशहर की सुलेखा, जिसने विवाह के बाद इस्लाम कबूल कर अपना नाम रिहाना कर लिया था, लगभग 10 साल से अपने परिवार से बात नहीं कर रही थीं. SIR फॉर्म में पुराने विवरण की मांग पर उन्होंने अपनी मां को फोन किया, जिससे भावुक बातचीत हुई.
कई अंतर-धार्मिक और अंतर-राज्यीय विवाह वाले इलाके प्रभावित
तिरिया निजावत खान नगर पंचायत, जहां मुस्लिम आबादी लगभग 80% है, में ऐसे कई मामले सामने आए हैं. यहां दिल्ली, कश्मीर, बंगाल, बिहार और ओडिशा से शादी करके आई महिलाएं रहती हैं, जिन्हें पुराने मतदाता दस्तावेज जुटाने में कठिनाई हो रही है.
गुजरात से 10 साल बाद आया बेटे का फोन
खेडा गांव के रामवीर सिंह ने बताया कि उनका बेटा अवधेश 10 साल पहले प्रेम विवाह कर गुजरात चला गया था. अचानक अब उसने कॉल कर 2003 की वोटर लिस्ट का विवरण मांगा, जिससे परिवार में भावुक माहौल बन गया.
अधिकारियों का दावा- ऐसे कई मामले सामने आ रहे
जिला उप निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, खासकर प्रेम विवाह करने वाले कपल्स के. SIR फॉर्म में पुराने पता, पिता का EPIC ID और 2003 की लिस्ट की जानकारी मांगे जाने पर लोग अपने परिवारों से संपर्क कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि जानकारी की कमी हो तो SIR फॉर्म में तीसरा विकल्प भर सकते हैं.
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