यूपी के संभल जिले में हुए नाबालिग छात्र हर्षित सैनी के अपहरण कांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस के मुताबिक, हर्षित के अपहरण में कोई और नहीं बल्कि उसका बड़ा भाई लवकुश ही शामिल है. चूंकि, हर्षित ऑनलाइन गेमिंग में काफी पैसा हार गया था. उसके ऊपर कर्ज हो गया था. वहीं, बड़ा भाई एक लाख की दुकान लेना चाहता था. ऐसे में दोनों ने मिलकर पूरी साजिश रची. फिलहाल, पुलिस ने लवकुश को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी संभल कुलदीप गुनावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी है.
दरअसल, पूरा मामला सदर कोतवाली इलाके के बेगमसराय इलाके का है, जहां के रहने वाले ओमप्रकाश सैनी ने पुलिस को सूचना दी थी कि 31 जुलाई की शाम को उनका नाबालिग बेटा हर्षित मोमोज लेने निकला था, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा. ओमप्रकाश का कहना था कि मॉल के सामने से एक ई-रिक्शा वाला हर्षित को किडनैप कर ले गया है. इंस्टाग्राम पर किडनैपर द्वारा हर्षित की हाथ-मुंह बंधी फोटो भेजी गई और दो लाख रुपये फिरौती की डिमांड की गई.
बकौल ओमप्रकाश- डर के मारे हम लोगों ने पुलिस को नहीं बताया और इधर-उधर से पैसे जोड़कर डेढ़ लाख का जुगाड़ किया. फिर किडनैपर की बताई जगह पर रुपयों से भरा बैग रख दिया. इसके कुछ देर बाद उसी इलाके में हर्षित मिल गया. बेटे के मिलने के बाद पुलिस को पूरी कहानी बताई. जिसपर पुलिस एक्टिव हुई और जांच में जुट गई.
अपहरण कांड का सनसनीखेज खुलासा
उधर, छात्र के अपहरण की सनसनीखेज कहानी सुनने के बाद एसपी कुलदीप सिंह गुनावत ने सीओ अनुज चौधरी के नेतृत्व में एसओजी और क्राइम ब्रांच की टीमों को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए. क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की टीम ने मिलकर घटना के बारे में पूछताछ करते हुए जांच-पड़ताल शुरू की तो सबसे पहले इंस्टाग्राम आईडी पर मैसेज भेजने वाली आईडी को ट्रेस करना शुरू किया. जांच के दौरान किडनैपर वाली आईडी में अपहृत छात्र के भाई लवकुश का मोबाइल नंबर पड़ा हुआ मिला.
जिसपर पुलिस ने लवकुश उर्फ लक्की को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने लवकुश से जब पूछताछ में सख्ती दिखाई तो उसने पूरा सच कुबूल दिया. फिर पुलिस ने अपहृत होने वाले नाबालिग छात्र हर्षित को भी पूछताछ का पार्ट बना लिया. पता चला कि हर्षित को ऑनलाइन गेमिंग का 50 हजार रुपये कर्ज चुकाने और लवकुश को दुकान खरीदने के लिए 1 लाख रुपये की जरूरत थी, इसलिए उन दोनों मिलकर अपहरण की साजिश रची.
फेक आईडी बनाकर खुद ही उसे चला रहा था
लवकुश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोनों भाइयों ने ही ये प्लानिंग की थी. बुधवार रात को हर्षित को बाइक पर बैठाकर हजरतनगर गढ़ी गांव में अपने दोस्त अभिषेक के घर छोड़ आया था. इसी बीच रास्ते में हर्षित के मुंह पर कपड़ा बांधकर फोटो खींच लिया था. वही फोटो फिरौती के लिए परिजनों को भेजा. वहीं, दोस्त के पूछने पर कह दिया कि परिवार वाले जम्मू दर्शन पर गए हैं इसलिए हर्षित को छोड़कर जा रहा हूं.
फिर लवकुश ने अपना मोबाइल नंबर डालकर इंस्टाग्राम की फेक आईडी बनाई और बुधवार रात को उसी फेक आईडी से अपने छोटे भाई हर्षित की इंस्टाग्राम आईडी पर अपहरण का मैसेज भेजना शुरू कर दिया. इंस्टाग्राम मैसेज में हर्षित की फोटो के साथ 2 लाख रुपये की फिरौती का मैसेज भी भेज दिया. लवकुश रात में परिवार के लोगों के बीच रहा और प्लानिंग के तहत काम करता रहा.
अभिनव माथुर