समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में चल रही SIR की प्रक्रिया को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO), उत्तर प्रदेश को एक शिकायती पत्र लिखा है. सपा ने अपने पत्र के जरिए इस प्रक्रिया की अंतिम तिथि को तीन महीने तक बढ़ाने की मांग की है. पार्टी ने मतदाता सूची 2003 के कई मतदाताओं को प्राप्त न होने पर भी शिकायत दर्ज कराई है.
समाजवादी पार्टी ने बिहार के बाद उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में शुरू हुई SIR की प्रक्रिया पर विरोध जताया है. बंगाल में टीएमसी भी इसके खिलाफ है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने यह शिकायती पत्र लिखा है. सपा ने SIR की तिथि बढ़ाने की मांग के साथ ही लखनऊ पूर्वी विधानसभा से करीब 1100 मतदाताओं के लापता होने का एक और आरोप लगाया है. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी पिछले दिनों चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर इसे बंद करने की मांग की थी.
मतदाता सूची और मतदाताओं के लापता होने का आरोप
समाजवादी पार्टी ने अपने पत्र में SIR की अंतिम तिथि को तीन महीने बढ़ाने की मांग के साथ ही मतदाता सूची से जुड़ी एक और शिकायत की है. पार्टी ने शिकायत की है कि मतदाता सूची 2003 के कई मतदाताओं को वर्तमान सूची प्राप्त नहीं हुई है. इसके अलावा, समाजवादी पार्टी का आरोप है कि लखनऊ पूर्वी विधानसभा के करीब 1100 मतदाता लापता हैं, जिन्हें सूची में नहीं पाया जा रहा है.
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अन्य राज्यों में भी विरोध
बिहार के बाद उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में SIR (समरी इंटेंसिव रिवीजन) की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भी इस प्रक्रिया के खिलाफ है. पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने इस प्रक्रिया को बंद करने की मांग करते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखा था. अब उत्तर प्रदेश में सपा ने भी SIR की प्रक्रिया को तीन महीने तक आगे बढ़ाने की मांग की है.
समर्थ श्रीवास्तव