उत्तर प्रदेश के सहारनपुर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. गागलहेड़ी थाना क्षेत्र में 2 जनवरी 2025 को सुरेश राणा की उनके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. हत्यारे कमरे में दाखिल हुए और 'काका राणा कौन है?' पूछते ही ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. राणा के सिर, छाती, टांग और हाथों में गोलियां लगीं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई. वारदात के समय उनका बेटा यश राणा, पत्नी अर्चना और साला कुलवीर राणा भी घर में मौजूद थे.
मास्टरमाइंड था पुराना साथी, मलेशिया से दी गई सुपारी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या की साजिश राणा के पुराने साथी प्रमोद उर्फ रामकरण ने रची, जो पहले उनके साथ प्रॉपर्टी का काम करता था. प्रमोद ने हरियाणा के कैथल निवासी सोमवीर उर्फ मोनू, विकास उर्फ विक्की, गड्डू और सीपी को 10 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवाई. प्रमोद हत्या से पहले मलेशिया चला गया ताकि खुद को घटनास्थल से दूर दिखा सके. उसने व्हाट्सएप कॉल और मैसेज के जरिए शूटर्स को निर्देश दिए.
यह भी पढ़ें: सहारनपुर: गन्ने के खेत में महिला का अर्धनग्न शव मिलने से हड़कंप, रेप के बाद हत्या की आशंका
शूटर्स ने की रेकी, फिर अंजाम दी खौफनाक वारदात
हत्या से पहले शूटरों ने राणा के घर की रेकी की और घर के हर कोने की जानकारी जुटाई. घटना से एक दिन पहले छत पर बैठकर संदीप राणा का इंतजार करते रहे, लेकिन न मिलने पर अगले दिन सुरेश राणा को निशाना बनाया गया. हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए और लगातार लोकेशन बदलते रहे. पुलिस टीमों ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, नेपाल व बिहार बॉर्डर तक ऑपरेशन चलाया.
मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए आरोपी, बरामद हुए हथियार
हरौड़ा कट हाईवे पर संदिग्धों की सूचना पर पुलिस ने गश्त के दौरान प्रमोद और सोमवीर को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया. दोनों के पैरों में गोली लगी और अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले मुख्य शूटर अरमान उर्फ सिप्पी को भी पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा था. आरोपियों से तमंचे, कारतूस और खोखे बरामद हुए. एक शूटर गड्डू अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है.
दोषियों को मिले कड़ी सजा
मृतक के बेटे यश राणा, पत्नी अर्चना राणा और साले कुलवीर ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और न्यायालय से मांग की है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. अर्चना राणा ने बताया कि प्रमोद उनके पति का पुराना साथी था, जिसे उन्होंने जेल से छुड़वाया, काम सिखाया, लेकिन उसी ने हत्या की साजिश रच दी.
पुलिस ने पार की 2 लाख किमी की दूरी
ASP मनोज यादव ने बताया कि इस केस की जांच में पुलिस ने करीब 2 लाख किलोमीटर का सफर तय किया. आरोपियों ने विदेशी नंबरों और राहगीरों के मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल कर पुलिस को चकमा देने की कोशिश की. पर पुलिस ने अत्याधुनिक तकनीकों और सर्विलांस की मदद से शूटरों तक पहुंच बनाई और सटीक कार्रवाई कर मामले का खुलासा किया.
राहुल कुमार