उत्तर प्रदेश में हुए उमेश पाल हत्याकांड के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस ने हथियार और फोन भी बरामद किया है. पुलिस का कहना है कि हथियारों के साथ ही फोन की भी जांच कराई जा रही है. गिरफ्तार हुए आरोपियों में नियाज अहमद, मोहम्मद शजर, कैश अहमद, राकेश कुमार और अरशद खान शामिल हैं. गिरफ्तार नियाज अहमद के फोन से ही नेट कॉल कर असद जेल में बंद अतीक और अशरफ से बात करवाता था.
पुलिस के अनुसार, उमेश पाल हत्याकांड में नियाज अहमद को रेकी करने की जिम्मेदारी दी गई थी. नियाज अहमद ने ही उमेश पाल की कचहरी से उसके घर तक रेकी की और कई बार उसका पीछा किया. उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के लिए अतीक के घर जहां शाइस्ता रहती थी, वहां पर ही बैठक हुई थी.
इसी घर में असद के बड़े से कमरे में मीटिंग के दौरान अतीक अहमद को Internet call से जोड़कर लाउडस्पीकर पर रखा जाता था, ताकि सभी लोग अतीक की बात सुन सकें. इसी मामले में नियाज अहमद के पास से मिला फोन पुलिस की जांच के दायरे में है. मोहम्मद शजर सलेमपुर का रहने वाला है. वह उमेश पाल के घर के पास ही रहता था.
मोहम्मद शजर को असद ने दिया था आईफोन
अतीक अहमद के बेटे असद ने सजद को आईफोन दिया था. सजद ने ही उमेश पाल की लोकेशन दी थी. मोहम्मद सजद अतीक अहमद और अशरफ को उमेश पाल की लोकेशन देता था और आने-जाने की पूरी सूचना देता था. गिरफ्तार अरशद कटरा उर्फ अरशद खान पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाली हर मीटिंग में मौजूद रहता था. कैश अहमद 16 साल से अतीक के परिवार का ड्राइवर है.
अतीक अहमद का घरेलू नौकर रहा है पांचवां आरोपी राकेश कुमार
गिरफ्तार हुआ पांचवां आरोपी राकेश कुमार उर्फ नाकेश कुमार उर्फ लाला अतीक अहमद का 19 साल से घरेलू नौकर रहा है. वह मुंशी का काम करता रहा है. बताया जा रहा है कि उमेश पाल हत्याकांड में असलहों को छिपाने का काम राकेश कुमार उर्फ नाकेश को दिया गया था.
बरामद असलहों की कराई जाएगी फोरेंसिक जांच
पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा ने कहा कि बरामद असलहे उमेश पाल हत्याकांड में प्रयुक्त हुए थे, जिनकी फोरेंसिक जांच कराई जाएगी. छापेमारी के दौरान पुलिस को 10 असलहे मिले हैं, जिसमें पांच पिस्टल शामिल हैं. पांच पिस्टल में एक colt पिस्टल और 4 पिस्टल .30 calbre की शामिल हैं.
प्रयागराज में अतीक के ठिकाने पर की गई छापेमारी
CP रमित शर्मा ने बताया कि नियाज अहमद, मोहम्मद सजद, कैश अहमद, राकेश कुमार, मोहम्मद अरशद खान उर्फ अरशद कटरा को गिरफ्तार किया गया है. इसी के साथ 74 लाख 62 हजार की नकदी व असलहे बरामद हुए हैं. गिरफ्तार किए गए नियाज अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड से पहले रेकी की थी.
अरशद खान उर्फ अरशद कटरा भी इस हत्याकांड की साजिश में शामिल था. कैश अहमद अतीक का ड्राइवर था. वह पिछले 16 साल से अतीक के लिए काम कर रहा था. मोहम्मद कैश की निशानदेही पर ही नकदी और असलहे बरामद किए गए हैं.
अतीक अहमद के ध्वस्त किए जा चुके दफ्तर से छिपे थे हथियार व नकदी
सूत्रों के अनुसार, अतीक अहमद गैंग के करीबी गुर्गे को पुलिस ने पकड़ लिया. उसकी निशानदेही पर हथियार और करीब 80 लाख कैश बरामद हुआ. अतीक अहमद के चकिया इलाके में ध्वस्त दफ्तर में हथियार और कैश छिपाकर रखा गया था. बरामद 10 असलहों में 5 पिस्टल .30 बोर की है. उमेश पाल shootout में भी same calibre की पिस्टल इस्तेमाल की गई थी. पिस्टल के साथ spring field राइफल के कारतूस मिले हैं.
24 फरवरी को प्रयागराज में कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या
यूपी के प्रयागराज में बीते 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके सुरक्षा कर्मियों की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल कुछ साल पहले हुई राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह थे. उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस दौरान उमेश और उनके गनर की मौत हो गई थी. बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था.
संतोष शर्मा