UP: कांवड़ यात्रा के दौरान पाकिस्तान के पुराने वीडियो को WhatsApp ग्रुप में वायरल कर दंगा भड़काने की साजिश, तीन गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा को निशाना बनाकर दंगा भड़काने की बड़ी साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान के एक पुरानी वीभत्स वीडियो को यूपी का बताकर वायरल किया जा रहा था. इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. डीआईजी सहारनपुर ने इसे देश विरोधी साजिश बताया है जिसमें सोशल मीडिया के जरिये आतंकी सोच को बढ़ावा देने की कोशिश थी.

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सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश में तीन गिरफ्तार (Photo: Sandeep saini/ITG) सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश में तीन गिरफ्तार (Photo: Sandeep saini/ITG)

संदीप सैनी

  • मुजफ्फरनगर,
  • 21 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 6:39 PM IST

उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा में विघ्न डालने की एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है. पुलिस ने ककरौली थाना क्षेत्र से नदीम, मनशेर और रहीश नाम के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनका मकसद सावन के दूसरे सोमवार को कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैलाना था.

पुलिस के मुताबिक, ये लोग पाकिस्तान का एक पुराना सनसनीखेज वीडियो को मुरादाबाद जिले का बताकर वायरल कर रहे थे. इस वीडियो में एक शख्स अपने बच्चों और पत्नी की हत्या करता नजर आ रहा है. इस वीडियो के साथ एक ऑडियो भी वायरल किया गया, जिसमें कहा गया कि मंसूरपुर गांव में बजरंग दल के लोग मुसलमानों के घरों में घुसकर हत्या कर रहे हैं. इसमें यह भी कहा गया कि 50 से ज्यादा मुस्लिमों की हत्या हो चुकी है और इसे ज्यादा से ज्यादा फैलाने की अपील की गई.

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कांवड़ यात्रा के दौरान दंगा फैलाने की कोशिश नाकाम

इस घटना पर डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह ने बताया कि यह वीडियो सोच-समझकर खास समुदाय के खिलाफ भड़काने और दंगा फैलाने के उद्देश्य से वायरल किया गया. उन्होंने कहा कि यह एक गहरी साजिश है, जिसके जरिए पश्चिमी यूपी में आतंकी घटनाएं और लोन वुल्फ अटैक कराए जा सकते थे.

डीआईजी के अनुसार, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान यह वीडियो पकड़ा गया. चार व्हाट्सएप ग्रुप की पहचान की गई है जिसमें सैकड़ों सदस्य जुड़े हैं. पुलिस अन्य राज्यों और जिलों में भी छापेमारी कर रही है ताकि इस गिरोह के बाकी सदस्यों को गिरफ्तार किया जा सके.  

पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया

डीआईजी सहारनपुर अभिषेक सिंह ने कहा कि जांच में सामने आया है कि इस वीडियो और ऑडियो का मकसद लोगों को उकसाना और कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक दंगे फैलाना था. हमने तुरंत कार्रवाई कर तीन आरोपियों को पकड़ा है. यह वीडियो पाकिस्तान का है और इस घटना का आईएसआई से भी कनेक्शन हो सकता है. 

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