रामपुर में वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आई लव मोहम्मद विवाद और आजम खान के राजनीतिक भविष्य पर अपनी राय व्यक्त की. नकवी ने कहा कि आस्था और अस्मिता को अराजकता का बंधक बनाने की कोशिश कतई स्वीकार्य नहीं है. उनका कहना था कि जो लोग इस नाम पर प्रदर्शन कर रहे हैं, वह केवल पाखंड हैं.
नकवी ने स्पष्ट किया कि मुसलमान होने के नाते मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम उनकी आस्था का हिस्सा हैं और किसी भी तरह से आस्था या अस्मिता को बंधक बनाना गलत है. उन्होंने कहा कि आस्था और अस्मिता को अराजकता या पाखंड के माध्यम से प्रभावित नहीं किया जा सकता.
आई लव मोहम्मद पर मुख्तार अब्बास नकवी का बयान
आजम खान के बसपा में जाने या राजनीतिक बदलाव के सवाल पर नकवी ने कहा कि उनका सियासी वजूद समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि वजूद और पार्टी के बीच टकराव होना मुश्किल है. नकवी ने आगे कहा कि सियासत में कुछ भी हो सकता है, लेकिन मेरी सलाह है कि आजम खान अपनी राजनीति की चिंता छोड़ें और अपनी सेहत पर ध्यान दें.
राजनीति से पहले सेहत की चिंता करें आजम खान
मुख्तार अब्बास नकवी रामपुर के दौरे में स्थानीय मुद्दों और राजनीतिक सवालों पर लोगों से भी मिले. उन्होंने कहा कि देश और समाज में आस्था और अस्मिता का सम्मान होना चाहिए और किसी भी तरह के पाखंड या अराजक प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनके बयान से स्पष्ट हुआ कि भाजपा नेतृत्व आस्था के मुद्दों पर स्पष्ट रुख अपनाए हुए है और नेताओं से उम्मीद की जा रही है कि वे सार्वजनिक विवादों में संयम बरतें.
आमिर खान