मेरठ: मुस्कान ने बेटी को जन्म दिया, मिलने जाओगी? जेल में बंद साहिल की नानी ने दिया ये जवाब

मेरठ के सौरभ हत्याकांड की आरोपी पत्नी मुस्कान ने बच्ची को जन्म दिया. जिस पर सौरभ के परिजनों ने डीएनए टेस्ट की मांग की है. वहीं, जेल में बंद प्रेमी साहिल की अकेली नानी ने मुस्कान को जानने से इनकार कर दिया और कहा कि वह चलने-फिरने लायक नहीं हैं, इसलिए नाती साहिल से भी नहीं मिल सकतीं.

Advertisement
सौरभ हत्याकांड के आरोपी साहिल और मुस्कान (Photo- ITG) सौरभ हत्याकांड के आरोपी साहिल और मुस्कान (Photo- ITG)

उस्मान चौधरी

  • मेरठ ,
  • 25 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:47 PM IST

यूपी के मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड के मामले में उसकी पत्नी मुस्कान जेल में बंद है. मुस्कान का प्रेमी साहिल भी जेल में है. दोनों पर सौरभ की निर्मम तरीके से हत्या करने का आरोप है. सौरभ की लाश टुकड़ों में नीले ड्रम में मिली थी. इस बीच मुस्कान ने एक बच्ची को जन्म दिया. जब इस बारे में सौरभ के परिजनों से पूछा गया तो उन्होंने बच्ची के डीएनए टेस्ट की मांग कर दी. वहीं, साहिल की नानी ने पूछने पर कहा कि मैं मुस्कान को नहीं जानती हूं.

Advertisement

आपको बता दें कि साहिल के मां-बाप नहीं हैं. वह अपनी नानी के साथ रहता था. जब उसे सौरभ हत्याकांड में जेल भेजा गया तो नानी अकेली पड़ गई. मीडिया के सवाल पूछने पर कि क्या मुस्कान से मिलने जेल/अस्पताल जाओगी? नानी ने कहा- 'मैं मुस्कान को जानती ही नहीं, ना मैंने कभी उसे देखा है. साहिल का कोई नहीं है.' वहीं, नाती साहिल से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा- 'क्या मुझे अपने गोदी में उठाकर ले जाओगे. मैं चलने फिरने के लायक नहीं हूं. रिश्तेदारों तक ने मुझसे नाता तोड़ दिया.'

इस मामले में मृतक के भाई बबलू ने कहा कि अगर बच्ची सौरभ की है तो वह रखेंगे वरना उसकी जिम्मेदारी मुस्कान की होगी. बबलू ने बताया कि हमने डीएनए टेस्ट की मांग की है. अगर बच्ची सौरभ कीनिकलती है तो तुरंत हमें दे दिया जाए, नहीं तो मुस्कान उसको किसी भी तरीके से नुकसान पहुंचाएगी.  

Advertisement

वहीं, मेरठ जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मार्च में मुस्कान जेल में आई थी और उस समय वह गर्भवती थी. उसने बेटी को जन्म दिया है.जेल मैनुअल के अनुसार, कोई महिला अगर गर्भवती है तो उसको पूरा इलाज दिया जाता है. उसकी डाइट का भी ध्यान रखा जाता है. डिलीवरी के लिए अस्पताल भेजा जाता है. इसी के तहत मुस्कान को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. 

वरिष्ठ जेल अधीक्षक आगे कहा कि मुस्कान की बच्ची लगभग ढाई किलो की है और मां-बेटी दोनों स्वस्थ हैं. संतान को 6 साल तक अपनी मां के साथ महिला बैरक में रहने की अनुमति है. जेल प्रशासन द्वारा बच्चे के लिए कपड़े, बर्तन, डाइट फूड और चिकित्सा सुविधाएं (टीकाकरण, दवाइयां) निशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement