यूपी के मेरठ का चर्चित सौरभ हत्याकांड एक बार फिर चर्चा में आ गया है. इस हत्याकांड की आरोपी मुस्कान ने अस्पताल में बेटी को जन्म दिया है. मुस्कान मृतक सौरभ की पत्नी है. आरोप है कि उसने प्रेमी साहिल संग मिलकर पति के कई टुकड़े कर नीले ड्रम में भरकर सीमेंट से जाम कर दिया था. मुस्कान-साहिल दोनों जेल में बंद हैं. प्रेग्नेंसी की वजह से मुस्कान को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया.
जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
जानकारी के मुताबिक, मुस्कान को रविवार रात में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार शाम करीब 6 से 7 के बीच बच्ची का जन्म हुआ. पूरी प्रक्रिया सुरक्षा घेरे में हुई और आठ सदस्यीय पुलिस टीम लगातार निगरानी में तैनात रही. बताया जा रहा है कि मुस्कान ने अपनी बेटी का नाम राधा रखा है.
वहीं, सौरभ के परिजनों का कहना है कि बच्ची का डीएनए टेस्ट होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर बच्चा सौरभ का है तो वह रखेंगे वरना उसकी तमाम जिम्मेदारी मुस्कान की होगी. फिलहाल, बच्ची और मुस्कान दोनों अस्पताल में हैं. जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं.
सौरभ के परिजनों का बयान
सौरभ के भाई बबलू ने बताया कि हमने डीएनए टेस्ट की मांग की है. अगर एक परसेंट भी बच्चा सौरभ का निकलता है तो उसको तुरंत हमें दे दिया जाए, नहीं तो मुस्कान उसको किसी भी तरीके से हानि पहुंचाएगी या पोषण में परेशान करेगी. अगर वह ऐसा कुछ करती है तो उसकी जिम्मेदारी कोर्ट की होगी.
माइंड गेम खेल रही मुस्कान: सौरभ के भाई
जब बबलू से पूछा गया कि मुस्कान ने तमाम व्रत वगैरह रखे हैं और यह भी कहा था कि बच्चा कृष्ण जी जैसा होना चाहिए तो उन्होंने कहा कि यह मुस्कान का माइंड गेम है. पब्लिक की सिंपैथी हासिल करने के लिए वह ये सब कर रही है. वहीं, सौरभ के जन्मदिन के दिन ही बेटी का जन्म हुआ, इस पर बबलू ने कहा- यह भी माइंड गेम है. डॉक्टर के अनुसार 4 दिन बाद बच्चा होना था. लेकिन उसने पहले ही बर्थडे वाले दिन डिलीवरी करवा ली.
जेल अधीक्षक ने दी पूरी जानकारी
उधर, इस मामले में चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉक्टर वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मार्च में मुस्कान जेल में आई थी और उस समय वह गर्भवती थी. उसने बीती शाम 6:00 बजे बेटी को जन्म दिया है. उत्तर प्रदेश जेल मैनुअल के अनुसार कोई भी महिला अगर गर्भवती है तो उसको पूरा इलाज दिया जाता है. उसकी डाइट का भी ध्यान रखा जाता है. डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल या मेडिकल अस्पताल भेजा जाता है. इसी के तहत मुस्कान को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक के अनुसार, मुस्कान ने पहले ही बता दिया था कि बेटी होने पर वह उसका नाम राधा रखेगी. बच्ची का जन्म लगभग ढाई किलो का हुआ है, और मां-बेटी दोनों स्वस्थ हैं. जेल मैनुअल के तहत, बच्चे को 6 साल तक अपनी मां के साथ महिला बैरक में रहने की अनुमति है. जेल प्रशासन द्वारा बच्चे के लिए कपड़े, बर्तन, एक्स्ट्रा डाइट फूड और चिकित्सा सुविधाएं (टीकाकरण, दवाइयां) निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी.
पूछने पर मुस्कान के सह-आरोपी साहिल को बेटी होने की सूचना दी गई, पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं आई. वहीं, सौरभ के भाई बबलू ने बताया कि मुस्कान के परिवार से अभी तक किसी ने संपर्क नहीं किया है. जेल प्रशासन ही 6 साल तक बच्चे की देखभाल करेगा.
उस्मान चौधरी