प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद अखाड़ों ने सुबह 'अमृत स्नान' स्थगित कर दिया था. हालांकि, हालात सामान्य होने के बाद फिर से 'अमृत स्नान' शुरू हुआ. दोपहर बाद जब दिगंबर अनी अखाड़ा के साधु-संत गंगा स्नान के लिए घाटों की तरफ निकले तो उनकी पुलिस से हल्की तकरार हो गई. अखाड़ा के महंत ने मौके पर मौजूद पुलिसवालों की ओर इशारा करते हुए कहा कि 'तुम्हारे में दम हो तो रोक कर दिखाओ… हम इसी रास्ते से जाएंगे.'
दरअसल, पुलिस-प्रशासन दिगंबर अनी अखाड़ा के काफिले को दूसरे रूट से ले जाना चाह रहा था लेकिन अखाड़ा कथित तौर पर अपने हिसाब से घाट तक जाना चाह रहा था. पुलिस-प्रशासन का कहना था कि क्योंकि भीड़ बहुत ज्यादा है इसलिए अखाड़ा के काफिले को उधर जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती.
घटना का एक वीडियो सामने आया है जिसमें दिगंबर अनी अखाड़ा के काफिले में भारी भीड़ नजर आ रही है. रूट के दोनों ओर पुलिस और आमलोग मौजूद हैं. आगे-आगे बड़ी संख्या में साधु-संत चल रहे हैं. पीछे अखाड़ा प्रमुख रथ पर सवार हैं. इसी बीच रूट को लेकर वो नाराज हो जाते हैं और रथ पर खड़े होकर कहते हैं कि हम इसी रास्ते से जाएंगे, जिसके बाप में दम हो वो रोक कर दिखाए.
आपको बता दें कि बुधवार शाम 5 बजे तक तक जूना अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ा, पंच दशनाम, पंचायती महा निर्वाण, अखिल भारती श्री पंच निर्वाणी अखाड़े ने महाकुंभ में 'अमृत स्नान' कर लिया है. इसके अलावा तीनों शंकराचार्यों भी अमृत स्नान कर चुके हैं.
एक ओर अखाड़ों का अमृत स्नान जारी है, वहीं दूसरी ओर आम श्रद्धालु भी आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. आज दोपहर 2 बजे तक 5.04 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई है. 13 जनवरी को महाकुंभ की शुरुआत से अब तक कुल स्नान लगभग 25 करोड़ महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं. आज अमृत स्नान करने जा रहे साधु संतों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई.
इस बीच मौनी अमावस्या पर जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि हमने सोचा कि हमारी वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी न हो. इसलिए हमने अपना स्नान स्थगित कर दिया था, हालांकि अब हालात नियंत्रण में है, इसलिए हम स्नान करने आए हैं. सभी अखाड़े एक साथ स्नान करने जा रहे हैं.
आशीष श्रीवास्तव