महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए. कल हुए इस दुखद हादसे के बाद आज यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार और चीफ सेक्रेटरी प्रयागराज जा रहे हैं. दोनों अधिकारी कुंभ मेला क्षेत्र का जायजा लेंगे. इस दौरान डीजीपी पुलिस अधिकारियों के साथ एक मीटिंग भी करेंगे.
दरअसल, हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अधिकारियों की तैनाती करने के साथ नए निर्देश जारी किए हैं. इस क्रम में प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ और श्रद्धालुओं की मौतों के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कई बड़े बदलाव किए हैं. अब पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. VVIP पास रद्द कर दिए गए हैं. कुंभ मेला के रास्ते वन-वे किए गए हैं. प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है. आगामी चार फरवरी तक सख्त प्रतिबंध जारी रहेंगे.
सीएम योगी ने कुंभ-2019 के दौरान प्रयागराज के संभागीय आयुक्त के रूप में कार्य करने वाले आशीष गोयल और एडीए के पूर्व उपाध्यक्ष भानु गोस्वामी को व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए तैनात करने का आदेश दिया है. सीएम ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से महाकुंभ मेला व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने को भी कहा है. उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के लिए निर्बाध व्यवस्था बनाने के लिए हर पहलू की जांच की जानी चाहिए. प्रयागराज के मौजूदा एडीजी और डीएम श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखें.
सीएम योगी के निर्देशों के बाद आज डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी लखनऊ से प्रयागराज पहुंच रहे हैं. वहीं, बुधवार को तड़के मची भगदड़ के बाद सीएम ने प्रयागराज, कौशांबी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, भदोही, रायबरेली और गोरखपुर सहित कई जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और अन्य अफसरों के साथ देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. प्रयागराज के एडीजी और जिला मजिस्ट्रेट से अपडेट की समीक्षा करने के बाद सीएम ने मेला क्षेत्र में सतर्कता और सावधानी बढ़ाने पर जोर दिया. सीएम ने अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के बारे में भी अपडेट मांगा.
अरविंद ओझा / पंकज श्रीवास्तव