मथुरा में लव जिहाद! ऑटो रिक्शा चालक इमरान ने नाम बदलकर कई हिंदू महिलाओं को फंसाया, मोबाइल में मिले दर्जनों अश्लील वीडियो

पुलिस ने बताया कि आरोपी इमरान ने महिलाओं को फंसाने के लिए ऑनलाइन फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया और फिर रिकॉर्ड किए गए अश्लील फोटो/वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया.

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मथुरा पुलिस की गिरफ्त में आरोपी इमरान मथुरा पुलिस की गिरफ्त में आरोपी इमरान

aajtak.in

  • मथुरा ,
  • 12 जून 2025,
  • अपडेटेड 6:41 PM IST

यूपी की मथुरा पुलिस ने बताया कि ईद पर सोशल मीडिया पर 'भड़काऊ मैसेज साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए मुस्लिम युवक के मोबाइल फोन में कथित तौर पर हिंदू महिलाओं से जुड़ी आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो मिले हैं. पुलिस ने यह भी बताया कि युवक ने कथित तौर पर हिंदू होने का नाटक करके कई महिलाओं को संबंध बनाने के लिए लुभाया, उन्हें आपत्तिजनक स्थितियों में फिल्माया और उनके वीडियो/फोटो को ऑनलाइन वायरल किया. 

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने न्यूज एजेंसी से कहा कि उन्होंने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई है, जिसने डिजिटल साक्ष्य बरामद होने के बाद अब गंभीर मोड़ ले लिया है. पुलिस के अनुसार, यहां कोतवाली क्षेत्र के मछली मंडी निवासी और ऑटो रिक्शा चालक इमरान को रविवार को स्थानीय हिंदू नेताओं द्वारा ईद पर उसके द्वारा किए गए सांप्रदायिक और भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में शिकायत करने के बाद हिरासत में लिया गया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद, हिंदू समूहों ने आरोप लगाया कि इमरान "लव जिहाद" में शामिल था. 

पुलिस ने बताया कि इन आरोपों के आधार पर इमरान के मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए साइबर मुख्यालय भेजा गया है. उसके मोबाइल फोन पर हिंदू महिलाओं की आपत्तिजनक स्थिति में तस्वीरें और वीडियो भी मिले हैं. 

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एसएसपी ने बताया कि आरोपी इमरान ने महिलाओं को फंसाने के लिए ऑनलाइन फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया और फिर रिकॉर्ड किए गए अश्लील फोटो/वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया. उन्होंने आगे बताया कि सोशल मीडिया कंपनियों को ईमेल भेजकर इमरान के सभी अकाउंट और उनसे जुड़े यूआरएल की जानकारी मांगी गई है. 

यह भी पढ़ें: ॐ' का टैटू हटाकर धर्म परिवर्तन करेगी, तभी करूंगा निकाह', कानपुर से आया लव जिहाद का मामला

एसएसपी ने बताया, "फोन रिकॉर्ड के आधार पर हम पीड़ितों की पहचान करने और उन्हें आगे आने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और अगर ज़रूरत पड़ी तो उन्हें काउंसलिंग भी दी जाएगी."

इमरान कथित तौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत कई प्लेटफॉर्म पर सक्रिय था. पुलिस ने अपनी जांच के तहत इन कंपनियों से पिछले तीन सालों की डिटेल एक्टिविटी लॉग मांगी है. वहीं, इमरान की इस हरकत से हिंदूवादी संगठनों में भारी आक्रोश है.  

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