बिजनौर: कैंसर से पिता की मौत, साइंस ग्रेजुएट निकिता परिवार के लिए ई-रिक्शा चलाने को मजबूर

कैंसर से मौत के बाद निकिता के घर की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से खराब हो चुकी थी. जिसके बाद उन्होंने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया. निकिता साइंस ग्रेजुएट हैं और पढ़ लिखकर बड़ी अफसर बनना चाहती हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटी उम्र में ही निकिता के कंधों पर घर चलाने की जिम्मेदारी आ गई. वो उसके हौसले को सलाम करते हैं.

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ई-रिक्शा चलाकर घर चला रही हैं निकिता ई-रिक्शा चलाकर घर चला रही हैं निकिता

ऋतिक राजपूत

  • बिजनौर ,
  • 13 मई 2024,
  • अपडेटेड 9:52 PM IST

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में 21 साल की निकिता प्रजापति ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. निकिता ने साइंस से ग्रजुएट हैं और पिता की कैंसर से मौत बाद उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. अपने भाई-बहन की पढ़ाई के साथ घर की चलाने जिम्मेदारी निकिता पर आ गई अब वो ई-रिक्शा चला रही हैं.

निकिता ने बताया कि पिता की मौत के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी थी और घर चलाना मुश्किल हो रहा था. बता दें, निकिता के पिता कैंसर बीमारी से पीड़ित थे और वह रिक्शा चला कर परिवार पालते थे. पिता कि मौत के बाद परिवार पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया. जिसके बाद निकिता ने ई-रिक्शा चलाने का फैसला किया. निकिता ने कहा कि वो अपनी भी पढ़ाई जारी रखेंगी और बड़ी अफसर बनेंगी. 

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ई-रिक्शा चलाकर परिवार पाल रही हैं निकिता

अब निकिता रिक्शा चलाकर ठीक-ठाक पैसे कमा लेती हैं. जिससे उनके घर का खर्च चल रहा है और छोटे भाई-बहन की पढ़ाई में किसी तरह की कोई दिक्कत भी नहीं आ रही है. निकिता सर पर कैप और मुंह पर मास्क लगाकर रिक्शा चलती हैं. 

कैंसर से पिता की मौत के बाद ई-रिक्शा चलाना शुरू किया

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटी उम्र में ही निकिता के कंधों पर घर चलाने की जिम्मेदारी आ गई. वो उसके हौसले को सलाम करते हैं. निकिता का कहना है कि वो ई-रिक्शा चलाने के साथ अपनी पढ़ाई को भी जारी रखेंगी. पिता की मौत से उनका पूरा परिवार टूट गया है. 
 

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