'उम्र 45 साल हो गई है महाराज...' जबलपुर के इंद्र को खुशी तिवारी बनकर मिली थी साहिबा बानो, चौंका देगी कत्ल की ये कहानी!

'उम्र 45 साल हो गई है महाराज, 18 बीघा जमीन है लेकिन शादी नहीं हुई...' एक भावुक रील, जिसमें एक आदमी मंच पर बैठकर अपने अकेलेपन की व्यथा जाहिर कर रहा था. यूपी के गोरखपुर में बैठी एक महिला ने यह रील देखी और वहीं से शुरू हुआ एक ऐसा प्लान, जिसमें प्यार नहीं, सिर्फ लालच था. उसने नाम बदला, खुद को 'खुशी तिवारी' बताया और फर्जी शादी कर चंद घंटों में उस शख्स का कत्ल कर डाला.

Advertisement
खुशी तिवारी निकली साहिबा बानो, जिसे पुलिस ने किया अरेस्ट. खुशी तिवारी निकली साहिबा बानो, जिसे पुलिस ने किया अरेस्ट.

संतोष सिंह

  • कुशीनगर,
  • 29 जून 2025,
  • अपडेटेड 10:40 AM IST

'शादी नहीं हुई महाराज… उम्र 45 हो गई है… 18 बीघा जमीन है, लेकिन वंश कैसे आगे बढ़ेगा...?' कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के चरणों में बैठा एक शख्स बोल रहा था. उसकी आंखों में उम्मीद थी और चेहरे पर बेबसी. गोरखपुर की एक महिला साहिबा बानो मोबाइल स्क्रीन पर स्क्रॉल कर रही थी. अचानक उसकी नजर इस वीडियो पर पड़ी. कुछ पल देखती रही... फिर ठहर गई. उसे अब न प्यार दिखा, न पीड़ा... उसे दिखी सिर्फ एक बात- 18 बीघा जमीन. बस, यहीं से शुरू हुआ वो खेल जिसने इंद्र कुमार तिवारी की जिंदगी छीन ली और एक रील को खूनी कहानी में बदल डाला.

Advertisement

साहिबा बानो ने एक नया नाम चुना- खुशी तिवारी. फर्जी आधार कार्ड बनवाया, खुद को ब्राह्मण लड़की दिखाया और इंद्र से संपर्क किया. बातचीत धीरे-धीरे भावनाओं की ओर मुड़ी और इंद्र की उम्मीदों को जैसे नया जीवन मिल गया. इंद्र, जो जबलपुर के बढ़वार इलाके के रहने वाले थे, खुशी की बातों में आ गए. शादी की बात तय हुई और वो 600 किलोमीटर दूर गोरखपुर पहुंच गए.

गोरखपुर में मंदिर के भीतर सिंदूर, जयमाला और शादी की रस्में पूरी की गईं. इंद्र को क्या पता था कि जिस खुशी तिवारी को उन्होंने पत्नी माना, वो असल में साहिबा बानो है- जो उससे शादी करने नहीं, बल्कि कत्ल का इरादा लेकर आई थी. शादी के कुछ घंटे बाद ही साहिबा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. शव को कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र के नाले के पास फेंक दिया गया.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'सोनम और राज ड्रग्स लेते थे...' मेघालय हनीमून हत्याकांड में नया मोड़, परिजनों ने नार्को टेस्ट की उठाई मांग

6 जून को पुलिस को एक अज्ञात शव मिला. कई दिन तक पहचान नहीं हो सकी. पोस्टर छपे, हेल्पलाइन नंबर जारी हुआ. इस बीच जबलपुर पुलिस ने गुमशुदगी के आधार पर संपर्क किया और हुलिए के मिलान से पुष्टि हुई कि मृतक इंद्र कुमार तिवारी ही हैं. इसके बाद सर्विलांस, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया रिकॉर्ड्स खंगाले गए. धीरे-धीरे साहिबा बानो का नाम सामने आया. पुलिस ने उसे और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

जांच में यह भी सामने आया कि साहिबा ने कुशल नाम के युवक से भी शादी कर रखी थी. शक है कि कुशल को भी जमीन और पैसों का लालच देकर इस कत्ल में शामिल किया गया. पुलिस को शक है कि हत्या के बाद साहिबा खुद को इंद्र की विधवा बताकर जमीन पर हक जताने वाली थी. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह पहली वारदात थी या साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी पहले भी इस तरह के शिकार बना चुकी है.

कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य से शादी की प्रार्थना कर रहे इंद्र कुमार तिवारी की वायरल रील देखकर गोरखपुर में बैठी साहिबा बानो ने ये पूरी साजिश रची थी. हत्या के बाद बतौर पत्नी इंद्र कुमार तिवारी की 18 बीघा जमीन पर हड़पने का प्लान था. कुशीनगर पुलिस ने साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी समेत हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement