कभी- कभी पुलिस अपनी पीठ थपथपाने की जल्दी में बेगुनाह को फंसाने की चूक कर बैठती है. कुछ ऐसा ही मामला कौशांबी जिले से सामने आया है. जहां एक व्यक्ति को दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन पुलिस को जब अपनी भूल का एहसास हुआ तो उसे घर तक छोड़कर आई. हालांकि दुष्कर्म के कथित वारंट के नाम पर बेगुनाह की गिरफ्तारी व चालान भेजे जाने के मामले में एसपी राकेश कुमार ने रविवार को भगवानपुर चौकी प्रभारी पूनम कबीर को लाइन हाजिर कर दिया है.
गलती से की गई थी गिरफ्तारी
सरायअकिल कोतवाली के भगवानपुर बहुगरा निवासी गुड्डू पुत्र अमृत लाल के घर गुरुवार रात करीब 10 बजे पुलिस ने दबिश डाली थी. गुड्डू की पत्नी बबली ने बताया कि भगवानपुर पुलिस चौकी से आए दो सिपाहियों ने पति के नाम का वारंट जारी होने की बात कही थी. साथ ही कहा कि शुक्रवार सुबह गुड्डू को वारंट रिसीव करने चौकी भेजा जाए.
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देर रात घर पहुंचे गुड्डू से यह बात पत्नी ने बताया तो वह भौचक रह गया. क्योंकि गुड्डू ने कभी कोई गुनाह ही नहीं किया तो अदालत से वारंट कैसे जारी हो सकता है? रातभर इसी तरह बेचैनी में दोनों परेशान रहे. शुक्रवार सुबह गुड्डू बाग की तरफ शौच के लिए निकला था, तभी भगवानपुर चौकी प्रभारी पूनम कबीर ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया.
दोपहर 12 बजे गुड्डू का सीएचसी सरायअकिल में मेडिकल परीक्षण कराया गया. फर्द रवानगी लिखकर उसे सिपाहियों के साथ कोर्ट भेजा गया. हालांकि, गुड्डू का कहना था कि उसे कोर्ट तक लाया भी गया, लेकिन कोर्ट पहुंचने से पहले पुलिस को भूल का पता चल गया. ऐसे में गुड्डू को बिना मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए थाने लाया गया व शाम 5 बजे सकुशल घर पहुंचा दिया गया.
SP के आदेश पर चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर
मामले में एसपी राजेश ने बताया कि चौकी प्रभारी भगवानपुर, उप निरीक्षक पूनम कबीर ने एक व्यक्ति को गलती से गिरफ्तार कर लिया था. उक्त व्यक्ति का लापरवाही पूर्वक न्यायालय से चालान कर दिया गया था. मामले में उप निरीक्षक पूनम कबीर को लाइन हाजिर कर दिया गया है. प्रकरण की प्रारंभिक जांच क्षेत्राधिकारी चायल अभिषेक सिंह को दी गई है.
अखिलेश कुमार