उत्तर प्रदेश के आगरा में आज शनिवार को करणी सेना की प्रस्तावित 'स्वाभिमान रैली' को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राणा सांगा जयंती पर आयोजित यह जनसभा एतमादपुर क्षेत्र के गढ़ी रामी गांव में हो रही है. समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान के बाद से बवाल मचा हुआ है. करणी सेना ने चेतावनी दी है कि अगर सपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो उनके आवास की ओर मार्च किया जाएगा.
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-एसपी सिटी आगरा सोनम कुमार ने करणी सेना की चेतावनी पर आजतक से बातचीत करते हुए कहा, 'स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. करणी सेना के सदस्यों को आगरा की बाहरी सुरक्षा घेरे को पार करने तक की अनुमति नहीं दी गई, एमपी रामजी लाल सुमन के घर तक पहुंचना तो दूर की बात है.' उन्होंने कहा, 'जो लोग तलवारें लेकर आ रहे थे, हम उन्हें चिन्हित कर रहे हैं. आपत्तिजनक हथियार जब्त किए जा रहे हैं और उनकी तस्वीरें भी ली जा रही हैं.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल स्थिति सामान्य है. अब आगरा हाइवे से बैरिकेड्स हटाए जा रहे हैं और यातायात सामान्य हो रहा है.
-पुलिस प्रशासन और विधायक की मौजूदगी में करणी सेना ने ज्ञापन दिया और सांसद रामजी लाल से माफी मांगने की बात कही. इसपर आश्वासन के बाद 5 बजे का अल्टीमेटम खत्म किया गया. पुलिस के मुताबिक, सभी से ज्ञापन लेकर उनको वापस भेजा गया है.
इससे पहले करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने चेतावनी दी थी कि अगर शाम 5 बजे तक सपा सांसद रामजी लाल सुमन के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे आगरा में उनके आवास तक मार्च करेंगे. करणी सेना की रैली में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात से ही अलग-अलग जिले और शहरों से लोग पहुंचने शुरू हो गए. इस रैली के लिए लगभग 50,000 स्क्वायर मीटर के खेत को समतल कर सभा स्थल में तब्दील किया गया है और हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी करणी सेना की रैली में शामिल होने आगरा पहुंचे हैं.
'मेरी जान को खतरा'
इस बीच सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का बयान आया. उन्होंने कहा कि हर किसी को विरोध की आजादी है, देश में विरोध करने का भी तरीका है. लेकिन करणी सेना ने जो तरीका अपनाया है, वह अराजकता का तरीका है. मेरा विचार है, यह मेरे ऊपर नहीं बल्कि PDA पर हमला हुआ है.
उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे परिवार को जान-माल का खतरा था, इसलिए मैंने राज्यसभा के उपसभापति को सुरक्षा के लिए पत्र लिख कर दिया था. पुलिस प्रशासन को लगता है कि मेरी हत्या हो सकती है, इसलिए सुरक्षा रखी है.
हिंसा रोकने के लिए पुलिस ने कसी कमर
पुलिस किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कमर कस चुकी है. एडीसीपी संजीव त्यागी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है और अब तक 1300 लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), आठ कंपनी पीएसी और बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान और अधिकारी सभा स्थल से लेकर सुमन के घर तक के पूरे रूट पर तैनात किए गए हैं.
सभा स्थल से लेकर सांसद रामजीलाल सुमन के घर तक की पूरी दूरी को पुलिस ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है. सात थाना क्षेत्रों की सड़कें इस रूट से गुजरती हैं, जिन पर सीसीटीवी निगरानी और फिजिकल पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है. जवानों को अतिरिक्त लाठियां और हेलमेट भी वितरित किए गए हैं, और सुरक्षा वाहनों पर लोहे की जालियां लगाई गई हैं.
26 मार्च को हुआ था बवाल
बता दें कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए बयान के बाद से बवाल मचा हुआ है. इससे पहले करणी सेना ने 26 मार्च को रामजी लाल सुमन के आवास पर प्रदर्शन कर तोड़फोड़ की थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे, जिनमें कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल थे. घटना के संबंध में 27 मार्च को आगरा के हरिपर्वत थाने में हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे.
अमित भारद्वाज