बरेली में 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद, जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन अलर्ट

बरेली में शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज को देखते हुए अगले 48 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. गृह सचिव गौरव दयाल ने इस संबंध में आदेश जारी किया. इंटरनेट सेवा आज दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक बंद रहेगी, ताकि शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहे.

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बरेली में फिर से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद (Photo- ITG) बरेली में फिर से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद (Photo- ITG)

संतोष शर्मा / कृष्ण गोपाल राज

  • बरेली ,
  • 02 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:19 PM IST

उत्तर प्रदेश के बरेली में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन ने यह कदम उठाया है. आज दोपहर 3 बजे से चार अक्टूबर 3 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. इस बाबत ग्रह सचिव गौरव दयाल ने आदेश जारी किया है. 

जानकारी के मुताबिक, बरेली में बवाल की आशंका के चलते मोबाइल इंटरनेट, डाटा सर्विस, SMS सेवाएं और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद की गई हैं. इसका मकसद अफवाहों को फैलने से रोकना है. बीते जुमे को सोशल मीडिया के जरिए भीड़ जमा की गई थी और फिर हिंसा भड़काई गई थी. इसलिए पुलिस-प्रशासन इस बार पहले से हाई अलर्ट है. 

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सोशल मीडिया के जरिए अफवाहों और सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका के चलते यह फैसला लिया गया है. गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने अपने आदेश में कहा कि फेसबुक, यूट्यूब और वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग किया जा सकता है, इसलिए शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट बंद करना जरूरी है. 

आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली जिले में बवाल हो गया था. जिसके बाद प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं लगभग 65 घंटे के लिए बंद कर दी थीं. उस दौरान जिलेवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. अब एक बार फिर से सुरक्षा कारणों से लोगों को 48 घंटे तक बिना इंटरनेट और SMS सेव के रहना होगा. 

गौरतलब है कि बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. दशहरा और जुमे को देखते हुए शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दूसरे जिलों से आए करीब 8 हजार पुलिसकर्मियों को 4 अक्टूबर तक रोक लिया गया है. इनमें से 6 हजार पुलिसकर्मी अकेले शहर में तैनात हैं. दशहरा के मेलों में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है. मकसद सिर्फ किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है. 

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