उत्तर प्रदेश के बांदा से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है. यहां 25 साल के एक युवक की अहमदाबाद से बांदा लौटते समय ट्रेन में अचानक मौत हो गई. जबकि, इस बात से अंजान उसकी गर्भवती पत्नी सहित परिजन युवक की वापसी की राह देखते रहे. जैसे ही उन्हें यह खबर मिली, घर में मातम पसर गया. गर्भवती पत्नी तो जैसे सदमे में ही चली गई.
परिजनों का कहना है कि ट्रेन में हमारा बेटा जहरखुरानी का शिकार हो गया और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. फिर उसकी मौत हो गई. जीआरपी पुलिस ने सूचना मिलने पर शव को ट्रेन से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है.
दरअसल, कमासिन थाना इलाके का रहने वाला एक युवक सूरज भान अहमदाबाद में रहकर मजदूरी करता था. उसका परिवार बांदा में रहता है. रविवार को बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस से वह घर लौट रहा था. अचानक महोबा स्टेशन के पास उसको खून की उल्टियां होने लगीं. आसपास बैठे पैसेंजर्स ने जीआरपी पुलिस सहित रेल प्रशासन को सूचना दी.
उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी. सूचना के आधार पर जीआरपी पुलिस उसे रेलवे के डॉक्टरों के पास ले गई जहां उन्होंने सूरज को मृत घोषित कर दिया. पुलिस को मृतक की जेब से अहमदाबाद से बांदा का रेल टिकट मिला. डॉक्यूमेंट के आधार पर उसकी बांदा में रहने की पुष्टि हुई. जिसके बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दी. सूचना मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया.
पत्नी की डिलीवरी के लिए घर आ रहा था सूरज
परिजनों के मुताबिक, सूरज के दो बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी है. उसकी पत्नी गर्भवती है. बस कुछ दिन बाद डिलिवरी होने वाली थी, जिसके चलते वह अहमदाबाद से घर लौट रहा था. परिजनों ने आरोप लगाया कि रास्ते मे किसी ने सूरज को जहर खिला दिया, जिस वजह से उसको खून की उल्टियां हुईं और उसने घर पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया.
उसने आने की सूचना पत्नी सहित परिजनों को दी थी. पत्नी 6 माह बाद अपने पति के घर आने की राह देख रही थी. घर में खुशियों का माहौल था लेकिन पुलिस के फोन से एकाएक चीख पुकार मच गई और मातम पसर गया. पत्नी बेसुध अवस्था में है.
जीआरपी इंस्पेक्टर नागेन्दू शेखर अग्निहोत्री ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति ट्रेन में खून की उल्टियां कर रहा है. पुलिस उसे रेलवे के डॉक्टरों के पास लेकर पहुंची, लेकिन उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया.
सिद्धार्थ गुप्ता