ग्रेटर नोएडा में नकली पनीर के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में एक भाजपा नेता से दुर्व्यवहार के आरोपों के बाद डीसीपी ने चौकी प्रभारी और एक दारोगा को निलंबित कर दिया है. आइए जानते हैं पूरा मामला...
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने नकली पनीर मामले में कार्रवाई करते हुए जेवर टोल प्लाजा के चौकी प्रभारी अनूप दीक्षित और दारोगा संसार सिंह को निलंबित कर दिया. यह कार्रवाई रविवार देर रात हुई. आरोप है कि यह निलंबन भाजपा नेता के साथ हुई मारपीट और दुर्व्यवहार के विरोध में किया गया है.
यह पूरा मामला जेवर टोल से 1150 किलो दूषित पनीर पकड़े जाने के बाद शुरू हुआ. पनीर दिल्ली ले जाया जा रहा था. यह पनीर खुले में रखा था और इसमें से बदबू आ रही थी.
पनीर पकड़े जाने के बाद हंगामा
खाद्य विभाग ने शुक्रवार रात जेवर टोल पर एक गाड़ी से 1150 किलो दूषित पनीर पकड़ा था. इस पनीर को दिल्ली में बेचने के लिए ले जाया जा रहा था. पनीर से बदबू आने के कारण उसे नष्ट करा दिया गया और जांच के लिए सैंपल भी भेजा गया. इस कार्रवाई का विरोध गाड़ी में बैठे लोगों ने किया. विरोध के बाद पुलिस ने उन पर कार्रवाई की, जिसमें एक नेता भी शामिल था. इस कार्रवाई के बाद पूर्व प्रधान सहित तीन लोगों को शांति भंग करने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था.
पूर्व मंत्री के पहुंचने पर बढ़ा मामला
हिरासत की जानकारी मिलने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान अपने समर्थकों के साथ जेवर कोतवाली पहुंचे. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा किया. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें समर्थकों को हंगामा करते देखा गया. मामले के तूल पकड़ने के बाद डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने रविवार देर रात चौकी प्रभारी और दारोगा को निलंबित कर दिया.
अरुण त्यागी