गोंडा जिले में सोमवार को एक बड़ी घटना सामने आई, जहां नवाबगंज ब्लॉक के जैतपुर माझा में तैनात बीएलओ एवं सहायक अध्यापक विपिन यादव संदिग्ध परिस्थितियों में गंभीर हालत में पाए गए. जानकारी के मुताबिक उन्होंने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया था, जिसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें पहले गोर्नाड अस्पताल और फिर जिला अस्पताल गोंडा लाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर कर दिया, लेकिन बाद में उनकी मौत हो गई. उन्होंने पत्नी से कहा,
लखनऊ ले जाते समय मौत, प्रशासन में हड़कंप
घटना की खबर मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और अन्य अधिकारी तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे. डीएम ने बताया कि विपिन यादव ने अपने घर पर कुछ खा लिया था, जिससे उनकी हालत बिगड़ी. साथ ही यह भी जानकारी मिली कि वह आज बूथ पर ड्यूटी के लिए नहीं पहुंचे थे.
एडीएम आलोक कुमार ने पुष्टि की कि विपिन यादव की लखनऊ पहुंचने से पहले ही मौत हो गई. उन्होंने बताया कि उनकी बेहतर देखभाल के लिए SDM सदर और नायब तहसीलदार नवाबगंज को भी साथ भेजा गया था, लेकिन KGMU पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
वायरल वीडियो के बाद जांच तेज
घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें विपिन यादव कथित रूप से एसडीएम, बीडीओ और लेखपाल द्वारा दबाव डालने की बात कहते दिख रहे हैं. इस वीडियो ने पूरे मामले को और भी संवेदनशील बना दिया.
अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो सहित सभी तथ्यों की जांच के लिए CRO और ADSP की अगुवाई में एक जांच समिति बनाई गई है. समिति पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट पेश करेगी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आएगी सच्चाई
एडीएम ने कहा कि विपिन यादव ने क्या खाया था और असल वजह क्या थी, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
कौन थे विपिन यादव?
विपिन कुमार यादव मूल रूप से जौनपुर के निवासी थे. वर्तमान में वह नवाबगंज ब्लॉक के जैतपुर माझा में सहायक अध्यापक और खेमपुर में बीएलओ के रूप में तैनात थे. उनकी अचानक मौत से इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले की वास्तविक तस्वीर सामने आएगी.
अंचल श्रीवास्तव / आशीष श्रीवास्तव