UP: गाजीपुर में गंगा किनारे मृत मिली डॉल्फिन, वन विभाग जांच में जुटा, दम घुटने से मौत की आशंका

गाजीपुर के जमानियां रेंज के कालूपुर गांव में गंगा किनारे एक डॉल्फिन मृत अवस्था में मिली है. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और डॉल्फिन को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. डीएफओ के अनुसार प्रथम दृष्टया पानी में दम घुटने से मौत की आशंका है. रिपोर्ट के बाद कारण स्पष्ट होगा.

Advertisement
गंगा किनारे मृत मिली डॉल्फिन (Photo: Vinay Kumar Singh/ITG) गंगा किनारे मृत मिली डॉल्फिन (Photo: Vinay Kumar Singh/ITG)

विनय कुमार सिंह

  • गाजीपुर,
  • 25 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

गाजीपुर जिले में गंगा नदी के किनारे राष्ट्रीय जलीय जीव डॉल्फिन के मृत मिलने से हड़कंप मच गया. यह मामला जमानियां रेंज के कालूपुर गांव का है, जहां गंगा घाट के पास एक डॉल्फिन मृत अवस्था में पाई गई. स्थानीय लोगों ने जब डॉल्फिन को किनारे पड़ा देखा तो तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी गई.

सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और डॉल्फिन को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. फिलहाल डॉल्फिन की मौत के कारणों को लेकर स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पानी के अंदर दम घुटने से मौत की आशंका जताई जा रही है.

Advertisement

गंगा किनारे मृत मिली डॉल्फिन

गाजीपुर के जिला वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डॉल्फिन की मौत गंगा के पानी में दम घुटने से हुई है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा. रिपोर्ट से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी.

वन विभाग के अनुसार मृत डॉल्फिन की लंबाई लगभग 5 से 6 फीट, उम्र करीब 5 वर्ष और वजन लगभग डेढ़ कुंटल बताया जा रहा है. विशेषज्ञों की निगरानी में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराई जा रही है. बता दें, गंगा में पाई जाने वाली डॉल्फिन अनुसूची 1 की संरक्षित प्रजाति है और यह भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव भी है. गाजीपुर जिले के सिधौना क्षेत्र को डॉल्फिन संरक्षण क्षेत्र घोषित किया गया है. वन विभाग की टीम जब भी नाव से इस क्षेत्र में गश्त करती है तो हर चार से पांच मिनट में डॉल्फिन उछलते हुए दिखाई देती है.

Advertisement

डॉल्फिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

वन विभाग द्वारा मछुआरों और स्थानीय ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है और उन्हें डॉल्फिन मित्र के रूप में जोड़ा जा रहा है, ताकि इस दुर्लभ जीव की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. फिलहाल वन विभाग की निगरानी में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है और रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि डॉल्फिन की मौत प्राकृतिक थी या किसी लापरवाही का नतीजा.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement