उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बीते 10 दिनों में पांच नाबालिग लड़कियों के गायब होने से हड़कंप मचा हुआ है. 15 नवंबर को स्कूल जाने के लिए निकली हिंदू और दूसरे समुदाय की दो छात्राएं अब तक नहीं मिलीं. पुलिस की नाकामी से हिंदू संगठनों में गुस्सा है, जिसने अब आंदोलन की चेतावनी दी है, जिसके चलते पुलिस के हाथ-पांव फूले हुए हैं.
लापता छात्राओं की बरामदगी को लेकर पुलिस आठ से ज्यादा टीमें लगाकर तलाश करने का दावा कर रही है. पुलिस दूसरे समुदाय की छात्रा के 50 से अधिक जानकारों और परिजनों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस ने स्कूल की कई छात्राओं को भी थाने बुलाकर पूछताछ की है. पुलिस की कार्यशैली से हिंदू संगठनों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. शिवसेना के जिला अध्यक्ष वीर सिंह चौधरी ने कल इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों की पंचायत बुलाई है, जिसमें आगे की रणनीति तय होगी.
पहली घटना को लेकर पुलिस अभी इन दोनों छात्राओं की तलाश में जुटी ही थी कि देर शाम नजीबाबाद के गांव महावतपुर बिल्लौच में पड़ोस में रहने वाली तीन अन्य लड़कियां भी घर से गायब हो गईं. परिजनों ने देर शाम तक उनकी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला.
नजीबाबाद के सीओ नितेश प्रताप ने बताया कि एसओजी और स्थानीय पुलिस को लड़कियों की तलाश में लगाया गया है और जल्द ही उनकी बरामदगी की उम्मीद है. ये तीनों लड़कियां आपस में सहेली हैं.
गौरतलब है कि जिले में 10 दिन में कुल पांच लड़कियों के गायब होने से लोग अचंभित हैं और तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. लोग यह नहीं समझ पा रहे कि इसके पीछे कोई गैंग है या यह कोई शर्त है. फिलहाल, लड़कियों की बरामदगी के बाद ही यह पता चल पाएगा कि आखिर उन्हें कौन ले गया था या वे किसके साथ गई थीं. पांच लड़कियों के लापता होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
संजीव शर्मा (बिजनौर)