शादी से कुछ घंटे पहले लेखपाल ने किया सुसाइड, 30 घंटे बाद उठाया गया शव, परिवार कार्रवाई की मांग पर अड़ा

यूपी के फतेहपुर में लेखपाल की आत्महत्या के मामले ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को झकझोर दिया है. शादी से एक दिन पहले फांसी लगाकर जान देने वाले लेखपाल का शव लगभग 30 घंटे बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए उठवाया. परिजन कानूनगो और एक अज्ञात पर केस दर्ज होने के बावजूद कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं.

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30 घंटे बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव. (Photo: Screengrab) 30 घंटे बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव. (Photo: Screengrab)

नीतेश श्रीवास्तव

  • फतेहपुर,
  • 26 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां शादी से पहले एक लेखपाल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के लगभग 30 घंटे बाद जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर शव को घर से उठवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मृतक के परिजन कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं.

घटना बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के खजुहा कस्बे की है. यहां रहने वाले रामलाल कोरी का 25 वर्षीय बेटा सुधीर कुमार कोरी बिंदकी तहसील में लेखपाल के पद पर था. सुधीर ने सोमवार को अपने घर में फांसी लगा ली. सुधीर मौजूदा समय में जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में SIR ड्यूटी पर तैनात था.

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सुधीर की शादी 26 नवंबर को होनी थी. बारात सीतापुर गांव के लिए जानी थी. घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं. रिश्तेदार जुट चुके थे. सजावट के बीच खुशियों का माहौल था, लेकिन इससे पहले कि बारात निकल पाती, घर मातम में पसर गया.

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मृतक की बहन अमृता उर्फ रोशनी का आरोप है कि उनके भाई को लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. बहन ने यह भी कहा कि सुधीर अपनी ड्यूटी के दौरान लगातार तनाव में था. कई बार जिक्र करता था. फतेहपुर पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर कानूनगो शिवराम और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है.

इस मामले में BNS की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के अलावा, SC/ST एक्ट की धारा 3(2)(V) में कार्रवाई की गई है. पुलिस का कहना है कि मृतक की बहन के आरोपों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है. FIR दर्ज कर ली गई है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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सुधीर लगभग डेढ़ वर्ष पहले लेखपाल के रूप में नियुक्त हुआ था. परिजनों का कहना है कि कुछ महीनों से अधिकारियों का दबाव बढ़ गया था. जिस घर में शादी का संगीत होना था, वहां अब सिर्फ चीखें और सन्नाटा है. पड़ोसियों, रिश्तेदारों और गांव के लोग इस मौत को लेकर सदमे में हैं.

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