उत्तर प्रदेश एसटीएफ और औषधि विभाग ने नकली दवाओं का बड़ा गिरोह पकड़ा है. मेसर्स हे-मां मेडिको एजेंसी का मालिक हिमांशु अग्रवाल इस गिरोह का मुख्य आरोपी है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तारी के दौरान टीम ने हिमांशु अग्रवाल से ₹1 करोड़ नकद बरामद किए. यह रकम 500-500 रुपये की 200 गड्डियों के रूप में मिली. इसके अलावा मौके से SUN फार्मा की Rosuvas, Sanofi India की Allegra सहित 76,370 पत्ते नकली दवाओं के बरामद हुए, जिनकी बाजार कीमत करीब ₹2.92 करोड़ है.
नकली दवा बेचने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार
जांच में पता चला कि दवाएं कंपनियों द्वारा निर्मित नहीं थीं, बल्कि पूरी तरह नकली थीं. आरोप है कि हिमांशु अग्रवाल ने एसटीएफ की टीम को रिश्वत में ₹1 करोड़ देकर जांच रोकने और अन्य कारोबारियों का माल पकड़वाने का प्रस्ताव भी दिया.
आयकर विभाग को भी सूचना दी गई है और आगे की जांच जारी है. आरोपी ने कबूल किया कि वह चेन्नई, पांडिचेरी समेत कई राज्यों में नकली दवाओं का कारोबार करता रहा है. पूर्व में वह इनकम टैक्स, जीएसटी और कस्टम विभाग की जांच का सामना कर चुका है.
पुलिस ने मौके से 1 करोड़ रुपये किए बरामद
आगरा कमिश्नरेट में नकली दवाओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
आशीष श्रीवास्तव