दिल्ली के लाल किला धमाके और फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की जांच में अब लखनऊ का नाम सामने आया है. यूपी एटीएस को जांच के दौरान लखनऊ निवासी डॉक्टर परवेज़ अंसारी से जुड़े अहम सुराग मिले हैं. परवेज़ के घर के बाहर खड़ी कार शोएब के नाम पर दर्ज पाई गई है, जिसका नंबर UP 11 BD 3563 है. यह कार सहारनपुर आरटीओ से रजिस्टर्ड है.
दोनों संदिग्ध गाड़ियों का सहारनपुर से कनेक्शन
एटीएस सूत्रों के मुताबिक, जांच में अब तक दो संदिग्ध कारें सामने आई हैं. दोनों का रजिस्ट्रेशन सहारनपुर का है. इन गाड़ियों का सीधा संबंध परवेज़ अंसारी से जुड़ा पाया गया है. यह बात जांच एजेंसियों के लिए अहम है, क्योंकि पहले फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार डॉक्टर आदिल भी सहारनपुर का ही रहने वाला था. अब एक ही जिले से दो संदिग्ध डॉक्टरों के नाम सामने आने से जांच का दायरा और बढ़ गया है.
लखनऊ में एटीएस की पूछताछ से मिले अहम सुराग
फरीदाबाद में बरामद हथियार जिस गाड़ी से मिले थे, वह गाड़ी भी लखनऊ निवासी परवेज़ अंसारी के नाम पर रजिस्टर्ड थी. इसी सुराग के आधार पर एटीएस की टीम लखनऊ पहुंची और पूछताछ की. टीम ने लालबाग इलाके में छापा मारा और परिवार से पूछताछ की. परवेज फिलहाल फरार चल रहा है.
परवेज़ और शाहीन के बीच बातचीत का रिकॉर्ड आया सामने
एटीएस ने लखनऊ में शाहीन के पिता शाहिद अंसारी से भी पूछताछ की. जांच में पता चला कि शाहीन, परवेज़ अंसारी की सगी बहन है. धमाके के बाद दोनों के बीच बातचीत का कॉल रिकॉर्ड सामने आया है, जिसे एटीएस ने अपने कब्जे में ले लिया है. एजेंसी इस कॉल की पूरी डिटेल खंगाल रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमाके के बाद दोनों ने क्या बातचीत की थी.
गहराई से जांच में जुटी एटीएस
यूपी एटीएस अब परवेज़ अंसारी, उनकी बहन शाहीन और फरीदाबाद मॉड्यूल में पकड़े गए डॉक्टर आदिल के बीच संबंधों की गहराई से जांच कर रही है. जांच एजेंसियों का मानना है कि इन सबके बीच कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था. फोन कॉल डिटेल, बैंक ट्रांजैक्शन और गाड़ियों की लोकेशन हिस्ट्री के आधार पर एटीएस अब पूरी कड़ी जोड़ने की कोशिश में है.
आशीष श्रीवास्तव