यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में जमीन के लिए एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक चाचा पर परिवार के ही तीन मृतक सदस्यों को जिंदा दिखाकर उनके फर्जी एफिडेविट तहसील में जमा कराने का आरोप है.
आरोप है कि समरपाल नाम के चाचा ने ₹15 करोड़ की 15 बीघा जमीन को अवैध तरीके से आबादी में घोषित कराकर कब्जाने की साजिश रची. पीड़ित परिवार ने अब एसएसपी कार्यालय पहुंचकर निष्पक्ष जांच की मांग की है.
मृतक के परिजन श्रवण कुमार ने शिकायत की कि उनके बहनोई की यह जमीन है, जिसे हड़पने के लिए चाचा समरपाल ने फर्जीवाड़ा किया. श्रवण कुमार ने बताया कि जिनके एफिडेविट लगाए गए थे, वे तो 10-12 साल पहले मर चुके हैं, लेकिन फरवरी 2025 में उन्हें तहसीलदार के यहां जिंदा दिखाया गया.
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर भी असंतोष जताया, कहा कि पहले दर्ज मुकदमे में 338 बीएनएस जैसी जरूरी धारा नहीं लगाई गई, जिससे आरोपियों को लाभ मिल रहा है.
पीड़ित परिवार ने एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है. एसपी ग्रामीण ने पुष्टि की कि एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें मृत लोगों के फर्जी एफिडेविट लगाकर जमीन से लाभ लेने की कोशिश की गई है. उन्होंने बताया कि सीओ भोपा की जांच के बाद एसएसपी सर के आदेश से थाना भोपा पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है.
एसपी ग्रामीण ने कड़ी वैधानिक कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि मामले में डिटेल इन्वेस्टिगेशन की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
संदीप सैनी