छांगुर के कारनामे: नीतू-नवीन के बाद उनकी बेटी को भी बनाया मुस्लिम, अपने नाती से करवाई मंगनी, लेकिन नहीं हो पाया निकाह

छांगुर के करीबी बब्बू खान ने बताया कि दहेज में नीतू उर्फ नसरीन ने बलरामपुर के उतरौला में जमीन लेकर करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से एक शोरूम बनवाया था. इसी साल अगस्त में निकाह की तैयारी थी, लेकिन यूपी पुलिस के शिकंजे के चलते पूरा प्लान फेल हो गया.

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इस केस में मुख्य आरोपी छांगुर बाबा और नसरीन हैं. (File Photo: ITG) इस केस में मुख्य आरोपी छांगुर बाबा और नसरीन हैं. (File Photo: ITG)

आशीष श्रीवास्तव

  • बलरामपुर ,
  • 15 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 6:18 PM IST

जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के बारे में एक और जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि छांगुर ने अपनी करीबी नीतू उर्फ नसरीन और उसके पति नवीन रोहरा के साथ-साथ उनकी बेटी का भी धर्मांतरण करवा दिया था. धर्मांतरण के बाद नीतू की बेटी का नाम सबीहा रखा था. इतना ही नहीं छांगुर ने सबीहा की शादी भी अपने नाती के साथ फिक्स कर दी थी. लेकिन सगाई के कुछ समय बाद वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया. ऐसे में शादी का प्लान धरा का धरा रह गया. 

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नवंबर 2015 में दुबई के इस्लामिक अफेयर्स एंड चैरिटेबल एक्टिविटीज डिपार्टमेंट (IACAD) की ओर से नीतू की बेटी का धर्मांतरण प्रमाणपत्र जारी हुआ था. सबीहा की उम्र 18 साल होते ही छांगुर ने उसकी मंगनी अपनी ही बेटी के बेटे यानी कि अपने नाती से करा दी थी. 

यह भी पढ़ें: धर्मांतरण के लिए दुबई से ट्रेनर बुलवाता था छांगुर बाबा, कोठी के 'तहखाने' में चलता था काला कारोबार, जानिए और क्या खुलासे हुए

छांगुर के करीबी बब्बू खान ने बताया कि दहेज में नीतू उर्फ नसरीन ने बलरामपुर के उतरौला में जमीन लेकर करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से एक शोरूम बनवाया था. इसी साल अगस्त में निकाह की तैयारी थी, लेकिन यूपी पुलिस के शिकंजे के चलते पूरा प्लान फेल हो गया. फिलहाल, सबीहा लखनऊ स्थित आवास पर रह रही है, जिसमें छांगुर के अन्य परिजन भी रह रहे हैं. जांच एजेंसियां सबीहा से भी पूछताछ कर सकती हैं. नीतू और नवीन के पैतृक स्थान पर जाकर भी और जानकारी जुटाने की तैयारी है. इसके लिए एक टीम मुंबई भेजी जा सकती है. 

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गौरतलब है कि बलरामपुर के उतरौला के रहने वाले छांगुर की गोंडा जिले में भी गहरी जड़ें हैं. खासकर धानेपुर क्षेत्र के रेतवागाड़ा इलाके में. अयोध्या के करीब होने के कारण छांगुर गोंडा में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा था. साथ ही वजीरगंज तथा नवाबगंज तक अपना जाल फैला रहा था. अब एटीएस गोंडा में छांगुर के अड्डों की भी जांच करने की तैयारी में है. एक-एक कर उसके करीबियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. 

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