शाहजहांपुर में बुलडोजर एक्शन: श्मशान की जमीन से हटा अवैध कब्जा, दर्जन भर मकान जमींदोज, रोते दिखे परिवार

शाहजहांपुर के रौली बोरी गांव में जिला प्रशासन ने श्मशान की जमीन पर बने लगभग 40 परिवारों के अवैध कब्ज़े पर बुलडोजर चलाया. एसडीएम कोर्ट के आदेश के बाद एक दर्जन से ज्यादा मकान जमींदोज किए गए. कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात थे. रोते-बिलखते प्रभावित परिवारों ने प्रशासन पर उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका न देने का आरोप लगाया है.

Advertisement
शाहजहांपुर में बुलडोजर एक्शन (Photo- ITG) शाहजहांपुर में बुलडोजर एक्शन (Photo- ITG)

विनय पांडेय

  • शाहजहांपुर ,
  • 11 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:43 PM IST

यूपी के शाहजहांपुर में जिला प्रशासन ने श्मशान की जमीन पर बने लगभग 40 परिवारों के अवैध कब्जे पर बुलडोज़र चलाया. जलालाबाद के रौली बोरी गांव में हुई इस कार्रवाई से एक दर्जन से ज्यादा मकानों को जमींदोज कर दिया गया. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. प्रभावित परिवारों ने रोते-बिलखते हुए प्रशासन पर अपनी बात रखने का मौका न देने का आरोप लगाया है. 

Advertisement

श्मशान की जमीन पर 40 परिवारों का कब्जा

यह पूरा मामला शाहजहांपुर के जलालाबाद स्थित रौली बोरी गांव का है. यहां पिछले लंबे समय से करीब 40 परिवार श्मशान की जमीन पर मकान बनाकर रह रहे थे. एसडीएम जलालाबाद की कोर्ट में शमशान की जमीन से अवैध कब्जा हटाने को लेकर मामला चल रहा था. 

अब कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने आधा दर्जन से ज्यादा बुलडोजरों के साथ कार्रवाई शुरू कर दी. हालात को देखते हुए मौके पर पुलिस बल, पीएसी, फायर ब्रिगेड और मजिस्ट्रेट समेत एंबुलेंस भी बुलाई गई थी. 

दस्तावेजों का दावा और नोटिस का आरोप

अवैध कब्ज़ाधारियों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सरफराज नाम के एक कब्ज़ाधारी ने बताया कि उनके पास रहने की कोई जगह नहीं है और वे खेतों पर रह रहे थे. उन्होंने कहा कि 1990 में यहां के मुखिया दयाराम ने पट्टे किए थे. हाशिम अली ने भी यही बात दोहराई कि बाढ़ से ग्रसित 10 लोगों को ग्राम प्रधान दयाराम ने 1985 में पट्टे दिए थे, जिसके दस्तावेज उनके पास हैं, लेकिन उन्हें कानूनी लड़ाई लड़ने का समय नहीं मिला. 

Advertisement

प्रशासन ने कहा- पहले ही दिए थे नोटिस

वहीं, एडीएम प्रशासन रजनीश कुमार मिश्रा ने साफ किया कि यह मरघट की जमीन थी और तहसीलदार कोर्ट से धारा 67 के तहत बेदख़ली की कार्रवाई हो चुकी थी. उन्होंने बताया कि कब्ज़ाधारियों को एक हफ्ते पहले खाली करने का नोटिस दे दिया गया था और आज की तारीख पहले से तय थी. 

उन्होंने कहा कि एसपी ग्रामीण और एसडीएम जाकर लोगों को बता चुके थे. जो लोग खुद से खाली नहीं कर रहे थे, अतिक्रमण हटाने के अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई. देखते ही देखते एक दर्जन से ज्यादा मकान ज़मींदोज हो गए. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement