बिजनौर जनपद के थाना नांगल क्षेत्र से आयकर विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का गंभीर मामला सामने आया है. ग्राम शेरपुर निवासी ब्रजवीर सिंह ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, बिजनौर की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कई लोगों पर संगठित तरीके से धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
पैसे मांगने पर जान से मारने की धमकी
प्रार्थना पत्र के अनुसार आरोपितों ने स्वयं को आयकर विभाग का वरिष्ठ अधिकारी बताकर पीड़ित के बच्चों और अन्य युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का भरोसा दिया. इसी विश्वास में पहले परीक्षा और खर्च के नाम पर बैंक के माध्यम से धनराशि ली गई. इसके बाद दिल्ली में कथित रूप से आयकर कार्यालय में बैठाकर फर्जी परीक्षाएं कराई गईं और प्रशिक्षण दिलाने का नाटक किया गया.
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आरोप है कि कुछ समय बाद युवकों के मोबाइल पर ओटीपी और सरकारी वेबसाइट जैसी दिखने वाली साइटों पर फर्जी कर्मचारी आईडी भी सक्रिय कर दी गईं, जिससे नौकरी लगने का भ्रम पैदा हुआ. बाद में जाली और कूटरचित पोस्टिंग लेटर भी सौंपे गए. इसके बाद सुरक्षा राशि के नाम पर भारी रकम नकद ले ली गई, लेकिन आज तक किसी की वास्तविक नियुक्ति नहीं हुई.
पीड़ित का कहना है कि जब उसने पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि आरोपित सरकारी वेबसाइट की नकल कर समानांतर फर्जी वेबसाइट चला रहे हैं. साथ ही आईटी कानून का दुरुपयोग कर संगठित सिंडिकेट के रूप में ठगी कर रहे हैं. रकम वापस मांगने पर आरोपितों ने घर आकर जान से मारने और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी.
पुलिस ने पीड़ित कि नहीं कि थी सुनवाई, कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस हरकत में आई
ब्रजवीर सिंह ने बताया कि इस संबंध में पहले थाना नांगल और फिर पुलिस अधीक्षक बिजनौर को भी प्रार्थना पत्र दिया गया. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब पीड़ित ने न्यायालय से अनुरोध किया है कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर थाना नांगल पुलिस को विधिक कार्रवाई के आदेश दिए जाएं. जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है और अदालत के आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की संभावना है.
ऋतिक राजपूत