बिजनौर जनपद में धामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम तीबड़ी की रहने वाली ममतेश की मौत ने पूरे इलाके को हिला दिया है. छह महीने पहले उसकी शादी थाना नगीना क्षेत्र के निवासी मनीष के साथ हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी. शादी में एक मोटरसाइकिल और घर-गृहस्थी का सामान दिया गया था. लेकिन परिजनों का कहना है कि इसके बावजूद ससुराल पक्ष लगातार कम दहेज लाने का ताना देता था.
मृतका के परिजनों के मुताबिक शादी के बाद से ही पति मनीष, सास रानी देवी, ससुर भीम सिंह, जेठ विपिन सिंह, जेठ विकेश सिंह और ननद हिमानी अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे थे. उन पर आरोप है कि वे दो लाख रुपये नकद, एक सोने की चेन और एक सोने की अंगूठी की मांग कर रहे थे. मांग पूरी न होने पर ममतेश के साथ मारपीट की जाती थी. ममतेश अक्सर मायके वालों से कहती थी कि एक दिन ये लोग उसे मार डालेंगे.
दहेज के लिए गर्भवती महिला की हत्या
बताया गया कि ममतेश गर्भवती भी थी. आरोप है कि कुछ समय पहले उसका पति यह कहकर घर से निकल गया था कि उसके घर वाले ही उससे निपट लेंगे. घटना 28 नवंबर की सुबह करीब 4 बजे की बताई जा रही है. परिजनों के अनुसार उसी समय सास, ससुर, दोनों जेठ और ननद अचानक उसे लेकर मायके पहुंचे. उसकी हालत बहुत खराब थी और मुंह से खून निकल रहा था. परिजनों का कहना है कि ममतेश ने रोते हुए बताया कि उसकी सास ने उसे तेजाब पिला दिया है. परिजनों का दावा है कि घटना का वीडियो भी उनके पास है.
गंभीर हालत में उसे डॉ. रोहताश के क्लिनिक ले जाया गया जहां से उसे जिला अस्पताल बिजनौर रेफर किया गया. परिजनों के अनुसार बिजनौर ले जाते समय सुबह लगभग 7 बजे उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसे नगीना के सरकारी अस्पताल ले जाया गया और पुलिस को सूचना दी गई. मृतका के भाई ने पति, सास, ससुर, दोनों जेठ और ननद के खिलाफ धामपुर थाने में दहेज हत्या सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. वहीं इस घटना पर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. यह घटना एक बार फिर दहेज प्रथा की भयावह सच्चाई को सामने लाती है और समाज में कई सवाल छोड़ जाती है.
ऋतिक राजपूत