बिजनौर: प्राइवेट नर्सिंग होम में प्रैक्टिस करते पकड़े गए CMO, महिला आयोग की टीम देख टॉयलेट में जा छिपे

बिजनौर के चांदपुर में महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने प्राइवेट प्रैक्टिस करते मुजफ्फरनगर के सीएमओ सुनील तेवतिया को रंगे हाथ पकड़ा. आयोग की टीम को देखते ही डॉक्टर साहब टॉयलेट में छिप गए, जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला. सदस्य ने फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें 2 महीने पहले भी चेतावनी दी गई थी.

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बिजनौर में सीएमओ और महिला आयोग की सदस्य से बहस (Photo- ITG) बिजनौर में सीएमओ और महिला आयोग की सदस्य से बहस (Photo- ITG)

संजीव शर्मा (बिजनौर)

  • बिजनौर ,
  • 24 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

यूपी के बिजनौर के चांदपुर में राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने एक निजी नर्सिंग होम पर छापा मारा. यहां मुजफ्फरनगर के सीएमओ सुनील तेवतिया प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए पकड़े गए. महिला आयोग की टीम को देखते ही डॉक्टर साहब टॉयलेट में जा छुपे, जिन्हें पुलिस बुलाकर बाहर निकाला गया. इस दौरान सदस्य और डॉक्टर के बीच तीखी बहस हुई.

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महिला आयोग के छापे से हड़कंप, टॉयलेट में छिपे सीएमओ

दरअसल, महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल को सूचना मिली कि मुजफ्फरनगर में तैनात सीएमओ सुनील तेवतिया चांदपुर में अपने एक निजी नर्सिंग होम में प्राइवेट रूप से मरीजों को देख रहे हैं. इस सूचना पर आयोग की सदस्य तुरंत दल-बल के साथ नर्सिंग होम पर पहुंचीं. महिला आयोग के आने की खबर मिलते ही डॉक्टर तेवतिया तुरंत भागकर टॉयलेट में छुप गए. तलाश के बाद पुलिस बुलाई गई, तब डॉक्टर साहब को टॉयलेट से बाहर निकाला गया.

'2 महीने पहले दी थी चेतावनी': सदस्य ने लगाई फटकार

टॉयलेट से बाहर निकलने पर डॉक्टर के चेहरे पर पसीने की बूंदें टपक रही थीं, जिसे वह रुमाल से पोंछ रहे थे. जब उनसे छुपने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह तो टॉयलेट गए थे. इस पर महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने सीएमओ को खूब फटकारा. उन्होंने बताया कि वह 2 महीने पहले भी डॉक्टर तेवतिया को निजी प्रैक्टिस न करने की चेतावनी दे चुकी थीं, लेकिन उन्होंने सुधार नहीं किया.

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फीस पर भी विवाद: 'सेवा करनी है तो पैसा क्यों लेते हैं?'

छापेमारी के दौरान डॉक्टर और महिला आयोग की सदस्य के बीच काफी बहस हुई. डॉक्टर की पत्नी भी बीच में आईं और सफाई दी कि डॉक्टर साहब सिर्फ अपने घर आए थे और कोई मरीज नहीं देख रहे थे. इस बीच, मरीज ने बताया कि डॉक्टर एक मरीज को देखने के लिए ₹300 की फीस लेते हैं. इस पर महिला आयोग की सदस्य ने नाराजगी जताते हुए डॉक्टर से कहा कि यदि उन्हें सेवा ही करनी है तो वह पैसा क्यों लेते हैं.

स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत और FIR की तैयारी

नाराज महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने कहा कि वह इस पूरे मामले से स्वास्थ्य मंत्री और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री को अवगत कराएंगी. उन्होंने कहा कि डॉक्टर तेवतिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए एफआईआर (FIR) दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. पुलिस ने भी इस दौरान डॉक्टर को काफी फटकार लगाई. महिला आयोग की सदस्य ने सीएमओ को तुरंत अपने हॉस्पिटल मुजफ्फरनगर जाने की चेतावनी दी.

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