उत्तर प्रदेश के भदोही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताकर एक लापता नाबालिग लड़की के माता-पिता से 12,000 की ठगी कर ली. उसने यह रकम लड़की की 'मेडिकल जांच' के नाम पर मांगी थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मामला ज्ञानपुर थाना क्षेत्र का है. एसपी अभिमन्यु मंगलीक के अनुसार, 17 साल की लड़की 27 अक्टूबर को कोचिंग सेंटर जाते समय लापता हो गई थी. परिजनों ने संजय यादव नामक युवक पर अपहरण का आरोप लगाया और 1 नवंबर को मामला दर्ज कराया. पुलिस इस अपहरण के मामले की जांच कर रही थी.
परिवार को लगाया 12 हजार का चूना
इस बीच, परिजनों ने आरोप लगाया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद कुछ लोगों ने लड़की के जबरन बनाए गए वीडियो उसकी मां के मोबाइल पर भेजे. इसके बाद लड़की की मां को एक व्यक्ति का फोन आया जिसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया. उसने कहा कि 'आपकी बेटी मिल गई है, मेडिकल जांच के लिए 12,000 रुपये ऑनलाइन भेज दें.'
लड़की के पिता ने उस व्यक्ति पर भरोसा करते हुए पैसे भेज दिए, लेकिन लड़की का अब तक कोई पता नहीं चल सका. ठगी का शिकार हुए परिजनों ने गुरुवार को एसपी अभिमन्यु मंगलीक से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी और बेटी को खोजने और ठगे गए पैसे वापस दिलाने की मांग की.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
एसपी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी संजय यादव का पिता ज्ञानपुर थाने में होमगार्ड के रूप में तैनात है, जिससे पुलिस जांच में ढिलाई बरती जा रही है.
एसपी ने स्पष्ट कहा कि 'किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.' साइबर क्राइम थाने और ज्ञानपुर पुलिस को कड़ी जांच कर लड़की की सुरक्षित बरामदगी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
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