उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक बार फिर से रेल दुर्घटना की बड़ी साजिश को समय रहते टाल दिया गया. इज्जतनगर थाना क्षेत्र के दोहना गांव के पास कुछ शरारती तत्वों ने टनकपुर से बरेली जा रही पैसेंजर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की. हालांकि, लोको पायलट की सतर्कता और समझदारी से एक बड़ा हादसा होने से बच गया.
घटना रात 11:58 बजे की है जब टनकपुर-बरेली पैसेंजर ट्रेन दोहरा स्टेशन के पास पहुंची. तभी लोको पायलट को ट्रैक क्लियर न होने का संदेह हुआ और उन्होंने ट्रेन रोक दी. जब उन्होंने आगे जाकर देखा तो पाया कि ट्रैक की कैंची में बड़े पत्थर फंसे थे. इसके अलावा दो जगहों पर ओएचई अर्थ लाइन का लोहे का एंगल भी पटरी पर रखा गया था. लोहे के अन्य टुकड़े भी ट्रैक पर रखे गए थे जिससे ट्रेन किसी भी तरह पटरी से उतर जाए.
रेल दुर्घटना की बड़ी साजिश नाकाम
सूचना मिलते ही इज्जतनगर मंडल के अधिकारी और जीआरपी इंस्पेक्टर अभिषेक शर्मा मौके पर पहुंचे. भोजीपुरा थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. बताया गया कि 8-टीडीआर और 4-टीडीआर अर्थ लाइनें क्षतिग्रस्त की गई थीं. रेलवे कर्मचारियों ने 20 मिनट के भीतर ट्रैक को साफ किया और ट्रेन को रवाना किया.
रेलवे और पुलिस ने जांच के लिए संयुक्त टीमें बनाई
रेलवे और पुलिस ने इस साजिश की जांच के लिए संयुक्त टीम बनाई है. ट्रैक पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस इसे सुनियोजित साजिश मान रही है और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
कृष्ण गोपाल राज