उत्तर प्रदेश के बांदा में अवैध खनन एवं परिवहन करने वालों पर योगी सरकार ने जोरदार एक्शन लिया है.जिला प्रशासन ने माफियाओं से करोड़ों का जुर्माना वसूला है. जानकारी के मुताबिक बीते अप्रैल माह से नवम्बर 2025 तक (जुलाई से अक्टूबर छोड़कर) 22 अवैध खनन से सम्बंधित मामले आये, जिसमें चार मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं 4.25 करोड़ का राजस्व वसूलकर सरकारी खजाने में जमा किया गया है.
इसके साथ- साथ अवैध खनन और परिवहन करने वाले ट्रकों पर भी जोरदार एक्शन लिया गया है. इस सत्र में 1260 गाड़ियों पर कार्रवाई करते हुए 5 करोड़ 57 लाख रुपये राजस्व वसूलकर सरकारी खजाने में जमा किया गया है. दिसम्बर माह में भी 2 करोड़ से ज्यादा राजस्व वसूलने की कार्रवाई की जा रही है. यह कार्रवाई आगे भी जारी है.
आपको बता दें बुंदेलखंड के बांदा में केन नदी में मोरंग खनन क्षेत्र का काम किया जाता है. बांदा में करीब एक दर्जन मोरंग पट्टे आवंटित हैं, जिनमें खनन करने के दौरान खनन माफियाओं द्वारा नियमों को दरकिनार कर अवैध खनन और परिवहन किया जाने का दुस्साहस किया जाता है, जिस पर लगाम लगाने के लिए डीएम और एसपी ने SIT टीम गठित की है.ये हर तहसील में सक्रिय है. खनिज विभाग के मुताबिक 2025- 26 के सत्र में 22 अवैध खनन के मामले सामने आए, जिसमें चार मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है. इसके अलावा सवा 4 करोड़ जुर्माना वसूला गया है, इसके अलावा अवैध तरीके से परिवहन करने वाली 1260 गाड़ियों पर 5 करोड़ 57 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया है.
जिला माइनिंग ऑफिसर MO राज रंजन ने 'आजतक' को बताया कि इस सत्र में 22 मामले अवैध खनन के पाए गए थे, जिसमें हमने 4 करोड़ 30 लाख का जुर्माना करके वसूल किया है. चार मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है. जो गाड़ियां अवैध तरीके से परिवहन करती हैं, ऐसी 1260 गाड़ियों पर कार्यवाही हुई है, जिसमें 5 करोड़ 97 लाख से ज्यादा की वसूली हुई है. इसके अलावा हमारे द्वारा 199 मामलों में कोर्ट में परिवाद का मामला दर्ज किया गया है, अभी दिसम्बर माह में भी कार्यवाही हुई है, जिसमे दो करोड़ रुपये जुर्माना ठोका गया है.
सिद्धार्थ गुप्ता