हाथ में लाठी-डंडे, रातभर पहरेदारी... आदमखोर भेड़ियों से बचने के लिए जद्दोजहद कर रहे बहराइच के लोग

यूपी के बहराइच में भेड़ियों का खौफ अब भी जारी है. 4 आदमखोरों को जरूर प्रशासन ने पकड़ लिया है, लेकिन अब भी 2 भेड़िये खुलेआम घूम रहे हैं. इन भेड़ियों के डर से बहराइच के 35 गांवों के लोग खौफ में जी रहे हैं.

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बहराइच के गांवों में इस तरह लोग लाठी-डंडे लेकर घरों की पहरेदारी कर रहे हैं. बहराइच के गांवों में इस तरह लोग लाठी-डंडे लेकर घरों की पहरेदारी कर रहे हैं.

समर्थ श्रीवास्तव

  • बहराइच,
  • 02 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:38 AM IST

उत्तर प्रदेश के बहराइच में प्रशासन ने 4 भेड़ियों को जरूर पकड़ लिया है, लेकिन अब भी 35 गांव के लोग खौफ में जी रहे हैं. अब तक 4 आदमखोर भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है, जबकि अभी 2 और भेड़ियों को पकड़ा जाना बाकी है. हाल ही में एक महिला, एक बच्चे और बुजुर्ग पर हुए हमले ने ग्रामीणों को और डरा दिया है.

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बहराइच के गांवों में आलम यह है कि ज्यादातर परिवारों का एक न एक सदस्य रात के समय जागकर अपना समय बिता रहा है. आम दिनों में जो लोग रात 8 या 9 बजे ही सो जाते हैं, वे अब 10-11 बजे भी जागते हुए नजर आ रहे हैं. भेड़ियों के डर से गांव के लोग हमेशा अपने पास लाठी-डंडे और रस्सी रख रहे हैं. दो भेड़ियों के अब भी पकड़े ना जाने के कारण लोग अपने बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खुद डट गए हैं.

50 से ज्यादा कर्मी लगा रहे जाल

प्रशासन की टीम बहराइच के कछार इलाके में भी सर्च ऑपरेशन चला रही है. हरीबक्स पुरवा गांव के इलाके में चार पिंजरे, आठ थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गए हैं. वहीं, थर्मल ड्रोन से निगरानी की जा रही है. 18 टीमें रात-दिन गश्त कर रही हैं. फिलहाल 50 से ज्यादा कर्मी पिंजरे और जाल लगाने का काम कर रहे हैं.

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ये अधिकारी कर रहे हैं टीम लीड

डॉक्टर्स की टीम ट्रेंकुलाइजर के जरिए भेड़िए को पकड़ने की कवायद में है. इस ऑपरेशन को प्रभागीय वनाधिकारी बाराबंकी आकाश दीप बघावन और प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच लीड कर रहे हैं. पूरे इलाके की कॉम्बिंग के जरिए भेड़िए के मूवमेंट को ट्रैक किया जा रहा है.

7 साल के बच्चे पर किया था हमला

बता दें रविवार देर रात भेड़िये ने बहराइच के बरबीघा हरदी थाना क्षेत्र की रहने वाली कमला देवी को निशाना बनाया. इससे एक दिन पहले बहराइच में अपने मायके आई गुड़िया नाम की महिला के 7 साल के बच्चे पर रात 1:30 बजे भेड़िये ने हमला कर दिया था. जब बच्चे की मां ने शोर मचाया तो भेड़िया भाग गया. वहीं सुबह 4 बजे मैकुपुरवा में घर में सो रहे कुन्नु लाल पर भेड़िया ने हमला कर दिया था.

कोई बच्चा होता तो उठा ले जाता

कुन्नू लाल ने बताया था कि सुबह 4 बजे का समय था. मैं चारपाई पर बैठा था, तभी एकदम भेड़िया ने हमला कर दिया. वह चारपाई पर चढ़ गया और गले पर हमला किया. मेरी जगह कोई बच्चा होता तो उठा ले जाता. जब चिल्लाना शुरू किया, तब सभी लोग पहुंच गए, उसके बाद भेड़िया भाग गया. भेड़िए का मुंह लंबा था, काफी चुस्त और हेल्दी है. यह लंगड़ा वाला भेड़िया नहीं था. जैसे ही वन विभाग की टीम हटी, उसने हमला कर दिया.

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