उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के सुजौली रेंज में बाघ के हमले में 21 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. वन अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी एक न्यूज एजेंसी को दी. रविवार शाम को हुई यह घटना उसी प्रभाग के धरमपुर रेंज में इसी तरह के हमले में एक महिला के घायल होने के दो दिन बाद हुई है.
अधिकारियों ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह बाघ का हमला प्रतीत होता है, लेकिन अभी तक प्राप्त तस्वीरों से कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है. ग्रामीणों के अनुसार, मुखिया गांव का पीड़ित संजीत कुमार नहर के पास अपने हल्दी के खेत में घास इकट्ठा कर रहा था. तभी पास के जंगल से एक बाघ निकला और शाम करीब 4 बजे उस पर हमला कर दिया. हमले का विरोध करने के बावजूद बाघ ने उसके सिर पर कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
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ग्रामीणों के भगाने पर भी नहीं भागा बाघ
स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्होंने बाघ को भगाने की कोशिश की, लेकिन वह खेत के पास ही रहा और लगभग आधे घंटे तक दहाड़ता रहा. फिर जंगल में चला गया. प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) सूरज ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि संजीत झोपड़ियां बनाने के लिए घास लेने जंगल के अंदर साइफन क्षेत्र की ओर गया था.
ऐसा प्रतीत होता है कि बाघ ने वहीं उस पर हमला कर उसे मार डाला. बाद में ग्रामीण शव को गांव वापस ले आए और उसे हल्दी के खेत में रख दिया. हमें शाम लगभग 4.30 बजे इसकी सूचना मिली. डीएफओ ने कहा कि इलाके में बाघ की आवाजाही सक्रिय रही है. हालांकि अब तक ली गई तस्वीरें बहुत स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन प्रथम दृष्टया साक्ष्य बाघ के हमले की ओर इशारा करते हैं.
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