UP: टॉयलेट में कैद मिलीं 40 लड़कियां, अवैध मदरसे में पड़ा छापा तो पुलिस भी रह गई दंग

बहराइच के पहालवारा गांव में अवैध रूप से चल रहे एक मदरसे की जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. प्रशासनिक टीम ने जब छापेमारी की तो भवन की छत पर बने टॉयलेट में 9 से 14 साल की 40 लड़कियां बंद मिलीं. बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे इस मदरसे के संचालन पर सवाल खड़े हो गए हैं. फिलहाल संस्थान को बंद कराने के आदेश दिए गए हैं और लड़कियों को सुरक्षित घर भेज दिया गया है.

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बहराइच में अवैध मदरसे की खुली पोल (Photo: AI-generated) बहराइच में अवैध मदरसे की खुली पोल (Photo: AI-generated)

aajtak.in

  • बहराइच ,
  • 25 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:56 PM IST

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में अवैध मदरसों के संचालन को लेकर बड़ा मामला सामने आया है. पयागपुर तहसील के पहालवारा गांव स्थित एक तीन मंजिला इमारत में चल रहे मदरसे की जांच के दौरान प्रशासनिक टीम को वहां 40 नाबालिग छात्राएं टॉयलेट में छिपी मिलीं. लड़कियों की उम्र 9 से 14 साल के बीच बताई गई है.

टॉयलेट में बंद मिली 40 लड़कियां

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न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक एसडीएम अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में अवैध मदरसे चलने की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. बुधवार को पुलिस बल के साथ जब टीम ने छापा मारा तो मदरसा संचालकों ने ऊपर जाने से रोकने की कोशिश की. इसके बाद जब महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में छत पर बने टॉयलेट का दरवाजा खोला गया तो उसमें से 40 डरी-सहमी लड़कियां एक-एक कर बाहर निकलीं.

जांच के दौरान प्रबंधक और शिक्षकों से पंजीकरण से जुड़े दस्तावेज मांगे गए, लेकिन कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किए गए. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मोहम्मद खालिद ने बताया कि स्थानीय लोगों ने जानकारी दी कि यह मदरसा करीब तीन साल से संचालित हो रहा था, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया था. साल 2023 की सर्वे रिपोर्ट में जिले में 495 अवैध मदरसे चिह्नित किए गए थे, मगर यह मदरसा उस सर्वे से छूट गया था.

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अवैध मदरसे को बंद करने का आदेश

पूछताछ में जब यह सवाल उठाया गया कि छात्राएं आठ कमरों के बावजूद टॉयलेट में क्यों छिपी थीं, तो शिक्षिका तकसीम फातिमा ने सफाई दी कि छापेमारी के दौरान मची अफरातफरी में छात्राएं घबराकर खुद को टॉयलेट में बंद कर ली थीं.

फिलहाल प्रशासन ने संस्थान को बंद कराने के आदेश जारी कर दिए हैं और छात्राओं को सुरक्षित उनके घर भेज दिया गया है. खालिद ने बताया कि मदरसे के दस्तावेजों की जांच चल रही है.

अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) रमणंद प्रसाद कुशवाहा ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. अगर परिजन, एसडीएम या अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शिकायत दर्ज कराते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
 

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