बहराइच में नहीं थम रहा आदमखोर भेड़ियों का आतंक, घर के बाहर खड़े बच्चे पर किया जानलेवा हमला

मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह ने बताया कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. हमने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा है. अब भी दो भेड़ियों को पकड़ना बाकी है. हमने उस क्षेत्र की मैपिंग की है जहां वे बच्चों पर हमला कर रहे हैं.

Advertisement
यूपी के बहराइच में भेड़िये ने घर के बाहर खड़े बच्चे पर जानलेवा हमला किया. (ANI Photo) यूपी के बहराइच में भेड़िये ने घर के बाहर खड़े बच्चे पर जानलेवा हमला किया. (ANI Photo)

स्नेहा मोरदानी

  • बहराइच ,
  • 06 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:03 AM IST

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थम नहीं रहा है. अब तक भेड़ियों के हमले में 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग और प्रशासन की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं, कुछ को पकड़ा भी गया है, लेकिन इनका आतंक अब भी जारी है. गुरुवार देर रात भेड़िये ने अपने घर के दरवाजे पर खड़े 10 साल के बच्चे पर जानलेवा हमला कर दिया.

Advertisement

देहात कोतवाली क्षेत्र के गोलावा मौजा यादवपुर निवासी कलाल यादव का 10 वर्षीय पुत्र संगम गुरुवार की देर रात अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था. तभी भेड़िए ने उस पर हमला कर दिया. आदमखोर का खूनी पंजा बच्चे के चेहरे पर लगा. भेड़िये के नाखूनों से बच्चे के गाल पर गहरे घाव लगे हैं. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बच्चे के चीखने पर परिजन उसकी ओर दौड़े, शोर सुनकर भेड़िया मौके से भाग गया, वरना बच्चे की जान भी जा सकती थी.

यह भी पढ़ें: भेड़ियों में होती है 'बदला लेने की प्रवृत्ति', बहराइच में फैले आतंक पर बोले विशेषज्ञ

इस बीच मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह गुरुवार रात बहराइच के हरबक्श पुरवा गांव पहुंचीं और भेड़िया की तलाश के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन का जायजा लिया. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'भेड़ियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. हमने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा है. अब भी दो भेड़ियों को पकड़ना बाकी है. हमने उस क्षेत्र की मैपिंग की है जहां वे बच्चों पर हमला कर रहे हैं और उन्हें तीन सेक्टरों में बांटा गया है. थर्मल ड्रोन का इस्तेमाल करके हम उनको ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं.'

Advertisement

बहराइच रेंज में महसी तहसील के अंतर्गत 25-30 गांवों में भेड़ियों के हमलों को देखते हुए वन अधिकारी दिन-रात सेक्टर-वार गश्त कर रहे हैं. सेक्टर प्रभारियों को भेड़ियों से बचाव के लिए रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया गया है. वन विभाग, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि गश्त करने के लिए वन रक्षकों को तैनात किया है, जिसके परिणामस्वरूप रात में कोई घटना नहीं हुई है. भेड़िये का पता लगाने के लिए थर्मल ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है और कछारी इलाके में पैदल तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: मिल गई आदमखोर भेड़ियों की मांद, पता चला क्यों इंसानों से ले रहे हैं बदला... बहराइच से ग्राउंड रिपोर्ट

फॉरेस्ट डिवीजन लेवल पर कमांड सेंटर बनाया गया है. सेक्टर 1, 2 और 3 में काम करने वाली टीमों को यहीं से आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं. थर्मल ड्रोन का उपयोग करके सेक्टर 3 के पचेदेवरी गांव में एक भेड़िये को स्पॉट किया गया. उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं. साथ ही विभिन्न प्रशासनिक टीमें जागरूकता अभियान चला रही हैं. पुलिस और वन विभाग की टीमें संयुक्त रूप से गांवों में गश्त कर रही हैं और ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों को सुरक्षित रखें और रात में अपने घरों के दरवाजे बंद रखें. 
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement