बागपत से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. यहां मोहब्बत और नफ़रत के टकराव में एक युवक की जान चली गई. नफ़ीस नाम के युवक ने अपने ही रिश्ते की भाभी से प्रेम किया और परिवार की इच्छा के विरुद्ध जाकर उससे निकाह कर लिया. शादी के बाद दोनों सहारनपुर में रहने लगे, लेकिन यह रिश्ता नफ़ीस के लिए मौत की वजह बन गया.
जनाज़े की नमाज़ के बाद जब वह कब्रिस्तान से लौट रहा था
परिजनों के मुताबिक, महिला का पहला पति नफ़ीस का चचेरा भाई था. उसके भाइयों ने पहले ही नफ़ीस को चेतावनी दी थी कि वह दोबारा इलाके में दिखाई न दे. किस्मत को कुछ और मंजूर था. जब नफ़ीस की मां का इंतकाल हुआ, तो वह जनाज़े में शामिल होने के लिए घर लौटा. जनाज़े की नमाज़ के बाद जब वह कब्रिस्तान से लौट रहा था, तभी शौकीन, रहिशु, मुस्तकीम, मोहसीन और शमीम ने उसे घेर लिया और उस पर ईंटों व डंडों से हमला कर दिया. हमला इतना बेरहम था कि नफ़ीस की मौके पर ही मौत हो गई.
एक ओर मां का जनाज़ा दफ़नाया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर बेटे की लाश उठ गई. इस घटना से पूरा गांव सदमे में आ गया. आक्रोशित परिजन कोतवाली पहुंच गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जमकर विरोध किया.
दो लोग हिरासत में लिए गए
पुलिस ने सभी पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है. बागपत पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी देते हुए बताया कि मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मुख्य आरोपी शौकीन समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि बाकी तीन की तलाश जारी है.
मृतक के भाई सलीम ने बताया कि 'नफ़ीस मेरी मां के जनाज़े में शामिल होने आया था, जहां हमारे ही चचेरे भाइयों ने उसे मार डाला. उसने अपने चचेरे भाई की पत्नी से लव मैरिज की थी, जिसको लेकर वे नाराज़ थे और पहले ही उसे धमका चुके थे.' पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच तेजी से जारी है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
मनुदेव उपाध्याय