औरैया जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक परिवार के दो मासूम बच्चों की जिंदगी खांसी के एक एडल्ट सिरप ने उलट कर रख दी. यह घटना 5 दिसंबर 2025 की है. सचिन अपनी पत्नी, दोनों बेटों और रिश्तेदारों के साथ औरैया के प्रसिद्ध दोवा मेले में दुर्वासा ऋषि के आश्रम पर अपने छोटे बेटे का मुंडन कराने आया था. मुंडन का कार्यक्रम पूरा करने के बाद परिवार अपने रिश्तेदारी में रुक गया था.
रात को अचानक 20 माह के बेटे रोहन और 8 माह के सोहन को खांसी की शिकायत हुई. घर में रखा खांसी का सिरप बच्चों को पिलाया गया. लेकिन यह सिरप बच्चों के लिए नहीं था बल्कि यह एडल्ट सिरप था. परिवार को इसका अंदाजा नहीं था. सिरप देने के कुछ देर बाद दोनों बच्चे सो गए, लेकिन कई घंटे बाद भी जब बच्चे नहीं उठे तो परिजन घबरा गए.
बच्चों को उठाने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी अचेत हालत देखकर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने 20 माह के रोहन को मृत घोषित कर दिया. वहीं 8 माह का सोहन गंभीर हालत में था जिसे हायर सेंटर सैफई रेफर किया गया. सोहन का इलाज सैफई में जारी है.
एडल्ट सिरफ पीकर 20 माह के मासूम की मौत
इस घटना की जानकारी मिलते ही गांव और इलाके में हड़कंप मच गया. परिवार के दुख और सदमे में डूबे होने के साथ ही लोगों में यह सवाल भी उठने लगा कि आखिर सिरप में क्या गड़बड़ी थी. घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला अधिकारी औरैया इंद्रमणि त्रिपाठी ने तुरंत जांच के आदेश दिए. स्वास्थ्य विभाग की टीम, सीएमओ नरेंद्र और ड्रग इंस्पेक्टर ज्योत्सना आनंद मौके पर पहुंची. जहां से सिरप खरीदा गया था, उस गुरु प्रसाद क्लिनिक पर भी छापेमारी की गई. स्वास्थ्य विभाग ने वहां रखे खांसी के सिरप के सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए लखनऊ लैब भेज दिया.
सीएमओ और ड्रग इंस्पेक्टर ने जानकारी दी कि जो सिरप बच्चों को पिलाया गया, वह एडल्ट कफ सिरप था. यह करीब डेढ़ महीने पहले किसी वयस्क ने खरीदा था और घर में रखा हुआ था. बच्चों की बीमारी और जल्दबाजी में यह सिरप बच्चों को दे दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि सिरप की ओवरडोज के कारण यह हादसा हुआ. हालांकि अंतिम स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लैब रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी.
8 माह के सोहन की हालत गंभीर
घटना वाली रात सचिन अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ नगला कहारन स्थित अपने मौसा प्रकाश बाबू के यहां रुके थे. बच्चों को रात में खांसी और जुकाम हुआ. वहां मौजूद कफ सिरप एडल्ट का था. इसकी जानकारी न होने पर वही सिरप बच्चों को देकर सुला दिया गया. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. मृत बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है. यह घटना अरवा कटरा थाना क्षेत्र की है.
जिला प्रशासन की ओर से उपजिला अधिकारी अमित कुमार, सीएमओ सुरेंद्र सिंह और ड्रग इंस्पेक्टर ज्योत्सना आनंद ने परिवार से मुलाकात की. क्लिनिक से सिरप के नमूने लिए गए और जांच के आदेश दे दिए गए. सीएमओ सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यह सिरप बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं था और संभव है कि ओवरडोज के कारण यह घटना हुई हो. वहीं ड्रग इंस्पेक्टर ज्योत्सना आनंद ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं परिवार की लापरवाही भी सामने आई है.
सिरप के नमूने लेकर जांच के आदेश दिए गए
यह घटना फिर एक बार इस बात की याद दिलाती है कि किसी भी दवा को बच्चों को देने से पहले उसकी उम्र, मात्रा और उपयुक्तता जांचना बेहद जरूरी है. एक छोटी सी गलती कभी-कभी बड़ी त्रासदी का कारण बन जाती है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग जांच में जुटा है और परिवार का कहना है कि उन्हें अब भी समझ नहीं आ रहा कि एक खांसी के सिरप ने उनकी जिंदगी कैसे बदल दी. गांव और आसपास के लोग भी इस दुखद घटना से आहत हैं. सोहन के स्वस्थ होने की दुआएं की जा रही हैं और प्रशासन रिपोर्ट के इंतजार में है.
सूर्य प्रकाश शर्मा