उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. शांति व्यवस्था भंग करने के खतरे की रिपोर्ट पर एक 6 साल के मासूम बच्चे को अदालत ने एक लाख रुपये के मुचलके से पाबंद कर दिया. इस चौंकाने वाली गलती पर जब पुलिस की फजीहत हुई, तो एसएसपी ने गलत रिपोर्ट देने वाले सब इंस्पेक्टर को तुरंत निलंबित कर दिया.
दरअसल, अलीगढ़ के थाना क्वार्सी क्षेत्र में एक सब इंस्पेक्टर ने दो पक्षों के बीच हुए दरवाजे के विवाद में एसीएम न्यायालय में रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट के आधार पर एसीएम द्वितीय के न्यायालय ने 6 वर्षीय बच्चे को भी 1 लाख रुपये के मुचलके से पाबंद कर दिया.
यह कारनामा क्वार्सी क्षेत्र की किशनपुर पुलिस चौकी के सब इंस्पेक्टर शिवम त्यागी ने किया था. फजीहत होने पर एसएसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है और भविष्य में तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि मूल रूप से जवां क्षेत्र के निवासी हितेश चौहान वर्तमान में राजीव नगर कॉलोनी, क्वार्सी में रहते हैं. उनका पड़ोसी से दरवाजे को लेकर विवाद हो गया था. स्थानीय पुलिस चौकी के सब इंस्पेक्टर ने शांति व्यवस्था कायम रखने के नाम पर हितेश चौहान के 6 वर्षीय बच्चे सहित दोनों पक्षों के लोगों को पाबंद करने के लिए एसीएम कोर्ट में रिपोर्ट पेश कर दी.
बच्चे के पिता हितेश चौहान ने बताया कि पुलिस के इस कदम से उनका पूरा परिवार काफी परेशान है. लापरवाह सब इंस्पेक्टर पर गिरी गाजएसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने इस मामले की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि किशनपुर पुलिस चौकी के सब इंस्पेक्टर शिवम त्यागी द्वारा भूलवश दो पक्षों के विवाद में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए एक 6 वर्षीय बच्चे को नोटिस तामील करा दिया गया. मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही, जनपद के सभी इंस्पेक्टरों और पुलिसकर्मियों को भविष्य में तथ्यों के आधार पर ही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं.
अकरम खान