संसद के विशेष सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला. यूपी में बीजेपी को बड़ा झटका और अयोध्या सीट पर मिली हार को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि वहां की जीत भारत के परिपक्व जनता की जीत है. उन्होंने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, 'होई वही जो राम रचि राखा.'
कविता के जरिए अखिलेश ने बोला हमला
अखिलेश यादव ने एक कविता के जरिए एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ये उनका (भगवान राम) फैसला है, जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज, जो करते थे किसी को लाने का वादा वो खुद हैं किसी के सहारे का लाचार, हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम, जो सच्चे मन से करते हैं सबका कल्याण, सदियों से जन जन गाता है जिनका नाम, अभयदान देती है जिनकी मंद मंद मुस्कान, मानवता के लिए जिनका उठता तीर कमान, जो असत्य पर सत्य की जीत का हो नाम, उफनती नदी पर जो बांधे मर्यादा का बांध, वो है अवध के राजा पुरुषोत्तम राम, हम अयोध्या से लेकर आए हैं प्रेम का पैगाम.
संविधान ही संजीवनी: अखिलेश
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान ही संजीवनी है और उसकी जीत हुई है, संविधान रक्षकों की जीत हुई है. ये चलने वाली नहीं गिरने वाली सरकार है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की जनता का बस यही आग्रह है जिस गंगा जल को लेकर सच कहने की कसम खाई जाती है कम से कम उस गंगा जल से तो झूठ न कहा जाए. विकास का ढिंढोरा पीटने वाले विनाश की जिम्मेदारी कब लेंगे, मंदिर की टपकती छत और रेलवे स्टेशन की गिरी दीवार ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है.
10 साल में परीक्षा माफिया का जन्म
उन्होंने कहा हमने जो सड़कें बनाई थी उस पर हवाई जहाज उतरे थे और उत्तर प्रदेश की मुख्य नगरी पर सड़कों पर नाव उतरी है. अब और बारिश होगी तो नाव से भी चलना होगा यही स्मार्ट सिटी के जुमले का हाल है. पिछले 10 सालों की उपलब्धि बस इतनी रही की एक शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ.
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